जुबिली स्पेशल डेस्क
कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय पर जमकर हमला बोला है। दरअसल अमित मालवीय ने एक ट्वीट कर दावा किया था कि राजेश पायलट ने मार्च 1966 में बतौर भारतीय वायुसेना पायलट मिजोरम में बम गिराए थे।
अब इस दावे को लेकर कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने भाजपा आईटी सेल के हेड अमित मालवीय को तगड़ा जवाब दिया है। इतना ही नहीं सचिन पायलट ने कहा है कि अमित मालवीय ने तथ्य और दिनांक दोनों ही गलत हैं, क्योंकि 1966 में अक्टूबर महीने में वे भारतीय वायुसेना में कमीशन हुए थे।
राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिज़ोरम की राजधानी आइज़वाल पर बम गिराये। बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने।
स्पष्ट है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को… pic.twitter.com/eXjQ33XUwe
— Amit Malviya (@amitmalviya) August 13, 2023
अमित मालवीय ने क्या किया था दावा
मालवीय ने ट्वीट में लिखा था, कि राजेश पायलट और सुरेश कलमाड़ी भारतीय वायुसेना के उन विमानों को उड़ा रहे थे, जिन्होंने 5 मार्च 1966 को मिज़ोरम की राजधानी आइजोल पर बम गिराए।
.@amitmalviya – You have the wrong dates, wrong facts…
Yes, as an Indian Air Force pilot, my late father did drop bombs. But that was on erstwhile East Pakistan during the 1971 Indo-Pak war and not as you claim, on Mizoram on the 5th of March 1966.
He was commissioned into the… https://t.co/JfexDbczfk pic.twitter.com/Lpe1GL1NLB— Sachin Pilot (@SachinPilot) August 15, 2023
बाद में दोनों कांग्रेस के टिकट पर सांसद और सरकार में मंत्री भी बने। साफ है कि नार्थ ईस्ट में अपने ही लोगों पर हवाई हमला करने वालों को इंदिरा गांधी ने बतौर इनाम राजनीति में जगह दी, सम्मान दिया।
सचिन पायलट ने दिया तगड़ा जवाब
सचिन पायलट ने कहा, “आपके तथ्य और दिनांक दोनों ही गलत हैं. हां… बतौर भारतीय वायुसेना के पायलट मेरे पिता ने बम जरूर गिराए थ। लेकिन उन्होंने 1971 के भारत-पाक युद्ध के दौरान तत्कालीन पूर्वी पाकिस्तान पर गिराए थे, ना कि 5 मार्च 1966 को मिज़ोरम पर, जैसा आप दावा कर रहे हैं। वह 29 अक्टूबर 1966 को वायुसेना में कमीशन हुए थे। इसके साथ ही सचिन पायलट ने पिता राजेश पायलट के वायुसेना में कमीशन होने का सर्टिफिकेट भी अटैच किया है।
बता दें कि राजस्थान में इस साल चुनाव होने वाले हैं। इसको लेकर दोनों दलो ंने कमर कस ली है और एक दूसरे पर निशाना साध रहे हैं। कांगेस ने सचिन पायलट को मना लिया है और वो कांग्रेस की दोबारा सरकार बनवाने के लिए पूरा जोर लगा रहे हैं।