जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। लोकसभा चुनाव 2024 में होना है लेकिन विपक्ष अभी इसकी तैयारी में लग गया है। बीजेपी को रोकने के लिए जहां कांग्रेस अपनी अलग रणनीति बना रही है तो दूसरी ओर राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा लगतार आगे बढ़ रही है। राहुल गांधी भारत जोड़ो यात्रा बीजेपी की नींद उड़ाने का काम जरूर कर रही है।
भले ही बीजेपी इससे इनकार कर रही हो लेकिन उसको पता है राहुल गांधी अगर ऐसे ही मेहनत करते हैं तो उनको सफलता मिल सकती है।
दूसरी ओर नीतीश कुमार भी बीजेपी को रोकना चाहते हैं। ऐसे में उनका पूरा फोकस विपक्षी एकता को कैसे भी हो मजबूत करना।
हालांकि विपक्ष से पीएम का कौन चेहरा होगा, इसको लेकर घमासान भी शुरू होता हुआ नजर आ रहा है। एक दिन पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ का एक बयान इस वक्त कई तरह के कयासों को जन्म देता हुआ नजर आ रहा है।
दरअसल एमपी के पूर्व सीएम और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा था कि विपक्ष की तरफ से संयुक्त रूप से राहुल गांधी 2024 के चुनाव में पीएम पद के उम्मीदवार होंगे।
इसके बाद विपक्षी एकता और पीएम के चेहरे को लेकर चर्चाएं तेज होती दिख रही है। इसी के तहत सीएम नीतीश कुमार ने भी मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के इस बयान पर चुप्पी तोड़ी है और खुलकर अपनी बात रखी है। नीतीश कुमार ने साफ करते हुए कहा कि कहा कि हमें राहुल गांधी के नाम पर हमें कोई दिक्कत नहीं है। विपक्षी दल की बैठक के बाद नाम तय कर लिया जाएगा। अभी सभी पार्टियां अपने कार्यक्रमों में लगी हैं।
हालांकि इस दौरान अपनी दावेदारी को लेकर साफ कर दिया है कि वे दावेदार नहीं हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि विपक्ष की तरफ से राहुल गांधी की बतौर पीएम पद के चेहरे पर हमें कोई दिक्कत नहीं है।
इसके लिए विपक्षी दल आपस में बातचीत करेंगे और उन्हें एकजुट करने की जरूरत है. हमें कोई दिक्कत नहीं है. बैठक करके चर्चा करेंगे। नीतीश ने कहा कि पार्टी का कार्यक्रम करना सबका अपना काम है। पार्टी के काम से हम लोगों को मतलब नहीं है। जैसे ही ये लोग अपने काम से फ्री हो जाएंगे। उसके बाद फिर बैठक बुलाएंगे। आपस में बैठक करके रणनीति तय करेंगे।