जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। राजस्थान में अगले साल चुनाव होना है। इस वजह से कांग्रेस चाहती है कि वहां पर गहलोत और पायलट के बीच चल रहे घमासान को जल्द खत्म किया जाये।
अब राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने सचिन पायलट से मतभेदों पर अपनी चुप्पी तोड़ी है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने दिल्ली में कांग्रेस चीफ मल्लिकार्जुन खरगे के साथ खास मुलाकात की है।
इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कोई मतभेद नहीं है। हमारी पार्टी में छोटे-छोटे मतभेद होते रहते हैं, हर राज्य में सभी पार्टियों के साथ ऐसा होता है, लेकिन हम एक साथ चुनाव लड़ेंगे, जीतेंगे और सरकार बनाएंगे।हमारी पार्टी में कोई बहस का विषय रहता ही नहीं है।
हम सब मिलकर चुनाव लड़ते हैं, जीतते हैं फिर हाईकमान जो फैसला लेती है वो हमें मंजूर होता है। हमारी पार्टी में कोई मतभेद नहीं है. हम सब मिलकर चुनाव लड़ेंगे और जीतेंगे।
बता दें कि कांग्रेस को डर है कि राजस्थान का कही पंजाब जैसा हाल न हो जाये। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पंजाब में काग्र्रेस में बगावत देखने को मिली थी। इसका नतीजा ये हुआ कि विधान सभा चुनाव में कांग्रेस हार गई और उसका बड़ा फायदा आम आदमी पार्टी को मिला और वहां पर उसकी सरकार बन गई।
राजस्थान में एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था। इतना ही नहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सचिन पायलट को गद्दार बताया था। उन्होंने कहा कि एक गद्दार मुख्यमंत्री नहीं हो सकता है।
हाईकमान सचिन पायलट को मुख्यमंत्री नहीं बना सकता है। एक आदमी जिसके पास 10 विधायक नहीं हैं, जिसने विद्रोह किया, उसने पार्टी को धोखा दिया, उसने गद्दारी की है।अशोक गहलोत ने 2020 मामला उठाते हुए कहा कि ये देश के इतिहास में पहली बार हुआ होगा कि एक पार्टी अध्यक्ष ने ही अपनी सरकार को गिराने की कोशिश की।