जुबिली न्यूज डेस्क
समाजवादी पार्टी के पूर्व राज्य मंत्री तेज नारायण पांडे पवन और आप सांसद संजय सिंह के आरोपों के संबंध में राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने जवाब दिया है।
उन्होंने कहा है कि हम पर तो सौ साल से आरोप लगाए जा रहे हैं। हम पर आरोप लगते रहते हैं। हम पर तो महात्मा गांधी की हत्या के भी आरोप लगाए गए। जिन लोगों को आरोप लगाना है वह लगाते रहें, हम इसकी चिंता नहीं करते हैं।
महासचिव चंपत राय ने कहा कि ट्रस्ट को इस संबंध में कुछ भी नहीं कहना है। हम आरोप के संबंध में स्टडी करेंगे तब कुछ बोलेंगे।
राय ने यह बातें सर्किट हाउस में आयोजित रामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की द्वितीय सत्र की मीटिंग के बाद मीडिया के सवालों के जवाब के तौर पर कही।
मालूम हो कि आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह व सपा के पूर्व मंत्री तेज नारायन पाण्डेय पवन ने रविवार को राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट में जमीन खरीद के नाम पर करोड़ों का घोटाला करने के आरोप लगाए हैं।
दोनों नेताओं के आरोप हैं कि दो करोड़ रुपये की जमीन को साढ़े 18 करोड़ रुपये में खरीदा गया। दोनों नेताओं ने मामले की सीबीआई व ईडी से जांच कराने की मांग की है।
आप सांसद संजय सिंह ने जहां लखनऊ में प्रेस कांफ्रेंस की और दस्तावेज पेश किए वहीं पवन पाण्डेय ने अयोध्या में पत्रकारों के सामने आरोप लगाए।
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दोनों नेताओं ने अयोध्या में गाटा संख्या 243, 244 व 246 की जमीन के कागज दिखाते हुए कहा कि इसकी कीमत 5.80 करोड़ रुपये है लेकिन इसे दो करोड़ रुपए में कुसुम पाठक और हरीश पाठक से सुल्तान अंसारी और रवि मोहन तिवारी ने खरीदा। इस जमीन खरीद में अनिल मिश्र और अयोध्या के मेयर ऋषिकेश उपाध्याय गवाह बने।
लेकिन चंद मिनट बाद ये जमीन रामजन्मभूमि ट्रस्ट ने 18.5 करोड़ रुपये में खरीदी। इस तरह लगभग साढ़े पांच लाख रुपये प्रति सेकेण्ड की दर से जमीन का दाम बढ़ गया।
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नेताओं ने कहा कि जो अनिल मिश्र और ऋषिकेश उपाध्याय पहली खरीद में गवाह थे वही ट्रस्ट के बैनामे में भी गवाह हैं। उन्होंने कहा कि यह मनी लांड्रिंग का मामला है।
उन्होंने कहा कि जो जमीन मंदिर ट्रस्ट ने खरीदी उसके एग्रीमेंट के लिए ई-स्टाम्प 5.11 बजे पर खरीदा गया और रवि मोहन तिवारी ने जो जमीन हरीश पाठक से खरीदी उसके लिए ई-स्टांप 5.22 बजे खरीदा गया।
उन्होंने कहा आखिर ट्रस्ट ने स्टाम्प पहले कैसे खरीद लिया? किसी भी ट्रस्ट में जमीन खरीद के लिए बोर्ड की मीटिंग करके प्रस्ताव पास किया जाता है।
संजय सिंह ने कहा कि श्रीराम जन्मभूमि क्षेत्र ट्रस्ट से लोगों की धार्मिक आस्था व विश्वास जुड़ा है लेकिन ट्रस्ट के पदाधिकारी लोगों की भावनाओं से खिलवाड़ कर रहे हैं।