जुबिली न्यूज डेस्क
भारत में पिछले 26 नवंबर से किसान तीन कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं। दो माह तक किसानों का आंदोलन शांतिपूर्ण रहा लेकिन 26 जनवरी को ट्रैक्टर परेड के दौरान दिल्ली में हिंसा की घटनाएं हुई। फिलहाल किसान एक बार फिर शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे हैं।
किसानों के आंदोलन पर अब अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवाज उठ रही है। दुनिया की कई बड़ी शख्सियतों ने किसान आंदोलन पर अपनी प्रतिक्रया दी है।
फिलहाल अमेरिका ने भी भारत में चल रहे आंदोलन पर अपनी प्रतिक्रिया दी है। अमेरिकी विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने अपने बयान में भारत के कृषि कानूनों का समर्थन करते हुए ‘शांतिपूर्ण प्रदर्शनों को लोकतंत्र की कसौटी’ बताया है।
दरअसल अंतरराष्ट्रीय हस्तियों के किसान प्रदर्शनों पर ट्वीट करने और फिर उसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय के बयान के बाद अमेरिका का यह बयान आया है।
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अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता ने कहा, “सामान्य तौर पर अमेरिका भारतीय बाजार की दक्षता को सुधारने और निजी क्षेत्र के निवेश को आकर्षित करने के लिए उठाए गए कदम का स्वागत करता है।”
हालांकि, किसान प्रदर्शन से जुड़े सवाल पर प्रवक्ता ने कहा कि किसी भी समस्या को दोनों पक्षों को बातचीत से सुलझाना चाहिए अमेरिका जिसके लिए प्रोत्साहित करता है।
इसके साथ ही प्रवक्ता ने यह भी कहा, “हम मानते हैं कि शांतिपूर्ण प्रदर्शन किसी भी संपन्न लोकतंत्र की कसौटी होते हैं और यह याद रखने वाली बात है कि भारतीय सुप्रीम कोर्ट ने भी यही कहा है।”
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