जुबिली स्पेशल डेस्क
पटना। महाराष्ट्र विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष आदित्य ठाकरे ने बुधवार को बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव से पटना में उनके आवास पर पहुंचकर मुलाकात की जबकि उन्होंने सीएम नीतीश कुमार से भी मुलाकात की।
इस मुलाकात के कई तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है। आदित्य ठाकरे के पटना दौरे को लोकसभा चुनाव से जोडक़र देखा जा रहा है।
माना जा रहा है कि विपक्षी एकता को मजबूती मिले इसके लिए एक माहौैैल तैयार किया जाये और बीजेपी को हराने के लिए नई रणनीति बनायी जाये।
इस मुलाकात के बाद आदित्य ठाकरे ने पत्रकारों से कहा कि, ”तेजस्वी से हमारी पहले से बातचीत होती रहती थी, मुलाकात नहीं हो पाई थी। बातें तो होती रहीं, सोचा मुलाकात भी हो जाए। पहले से संबंध अच्छे हैं और मुझे यकीन है कि यह दोस्ती आगे चलती रहेगी।
”आदित्य ठाकरे ने कहा कि, ”देश में जो भी युवक देश के लिए काम करना चाहते हैं, लोकतंत्र के लिए काम करना चाहते हैं, वे आपस में बातचीत करते रहें तो देश में कुछ अच्छा हो। राजनीति की जो बात है, चुनाव की बात है, यह हमने यहां नहीं की। ये बातें तो राजनीतिक पक्ष करते रहते हैं।
आज लेकिन सबसे अहम बात यही थी कि मुलाकात करना जरूरी था। पहले से संबंध (तेजस्वी से) अच्छे हैं और मुझे यकीन है कि यह दोस्ती आगे चलती रहेगी।’
वही तेजस्वी यादव ने कहा कि, ”हमारा देश युवा देश है. ज्यादातर आबादी युवाओं की है. जब कोई युवा पॉलिसी मेकिंग और डिसीजन मेकिंग में आता है, नेतृत्व करता है तो यह बड़ी खुशी की बात है. मुख्यमंत्री जी से भी शिष्टाचार मुलाकात हुई है।”
विपक्ष के एकजुट होने से संबंधित पत्रकारों के सवाल पर तेजस्वी यादव ने कहा कि, ”जो महाराष्ट्र में हुआ, सब लोग जानते हैं. भाजपा ने एजेंसियों को दुरुपयोग किया और पैसों का खेल खेला।
बिहार में हम लोगों ने मिलकर सबक सिखाया। यह पूरा देश जान रहा है. हम लोगों का एक मात्र एजेंडा है कि देश में शांति बनी रहे, देश तरक्की करे. डेवलपमेंट के जो असली मुद्दे हैं, उन पर चर्चा हो।”