जुबिली स्पेशल डेस्क
राजस्थान में गहलोत बनाम सचिन पायलट के बीच चली आ रही रार को खत्म करने के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। दरअसल जितिन प्रसाद के कांग्रेस छोडऩे के बाद अटकले लगायी जा रही थी कि सचिन पायलट किसी भी वक्त कांग्रेस से किनारा कर सकते हैं।
इतना ही नहीं सचिन पायलट ने काफी समय से दिल्ली में अपना डेरा जमाये रखा है। उधर राजस्थान में सचिन पायलट को मनाने के लिए कांग्रेस ने एक बड़ा ऑफर भी दे डाला है।
राजस्थान से जुड़े सूत्र बता रहे हैं कि उन्हें 3 मंत्री पद सहित निगम और बोर्डों में उचित प्रतिनिधित्व का ऑफर दिया गया है। हालांकि सचिन पायलट ने इस ऑफर को लेकर अभी तक कोई ठोस जवाब नहीं दिया है।
इसके अलावा आलाकमान ने स्पष्ट कर दिया है कि फिलहाल राजस्थान में अशोक गहलोत ही पार्टी के नंबर 1 नेता हैं। सचिन को उनके साथ समन्वय से आगे बढ़ना होगा, क्योंकि सचिन ही राज्य में पार्टी के भविष्य हैं. वहीं, पार्टी अब सचिन के दबाव में नहीं आने वाली है।
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बता दें कि इससे पहले सचिन पायलट गहलोत सरकार में पांच से छह मंत्री अपने चाहते थे। वहीं राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का मानना है कि बीएसपी से किनारा करने वाले छह विधायक और निर्दलीय (लगभग एक दर्जन विधायकों) में से भी कुछ को मंत्री बनाने की बात कह रहे हैं।
गहलोत अपने भी लोगों को मंत्री बनाना चाहते हैं। दूसरी ओर इससे पहले सचिन पायलट को एआईसीसी में महासचिव का बड़ा पद देने का भी ऑफर दिया गया था लेकिन अब नये ऑफर पर सचिन राजी होते हैं तो राजस्थान में गहलोत सरकार का मंत्रिमंडल का विस्तार करने को लेकर रास्ता साफ हो जायेगा।
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