जुबिली स्पेशल डेस्क
भले ही मोदी तीसरी बार पीएम बन गए हो लेकिन 2024 के चुनावी नतीजे उनके मुताबिक नहीं रहे। इस वजह से उनको मौजूदा सरकार को चलाने के लिए दूसरों का सहारा लेना पड़ा है।
नीतीश कुमार और नायडू की पार्टी से ये सरकार चल रही है, जिस दिन ये दोनों खफा हुए उस दिन से सरकार की उल्टी गिनती शुरू हो जायेगी। उधर नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी भी अब मोदी सरकार के खिलाफ नजर आ रही है। ताजा घटनाक्रम इसी तरफ इशारा कर रही है।
दरअसल बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर पीएम मोदी के भाषण का इंडिया गठबंधन ने वॉकआउट किया तो उसमें बीजेडी भी शामिल थी। इससे ये पता चल रहा है कि नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी और बीजेपी की राहे अलग-अलग हो गई है।
इस वजह से बीजेपी के लिए ये बड़ा झटका है। अगर दोनों ही पार्टियों के रिश्तों की बात करें तो एक दौर था जब दोनों कई मौकों पर एक दूसरे का साथ देते थे लेकिन अब हालात पूरी तरह से बदल गए है। उड़ीसा से नवीन पटनायक की सरकार चली गई है और बीजेपी ने उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा था।
2014 से लेकर 2024 के चुनाव से पहले तक बीजेपी के हर मौकों पर बीजेडी कदम से कदम मिलाकर चल रही थी। धारा 370 को निरस्त करने वाले विधेयक, तीन तलाक को गैर-कानूनी बनाने वाले विधेयक और नागरिकता संशोधन (सीएए) विधेयक सहित कई अहम मौके पर संसद में मोदी सरकार के साथ बीजेडी ने अपना पूरा समर्थन दिया है। अब अगर बीजेडी इस तरह का रूख अपनाती है तो आने वाले वक्त में मोदी सरकार को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
अभी तक बीजेपी साल 2014 से 2024 तक दोनों सदनों में उसके पास बहुमत था लेकिन अब तस्वीर बदल गई है और बीजेपी को सिर्फ 240 सीटें मिली है और हालात तो इतने खराब हो गए है कि राज्यसभा में उसके पास बहुमत न होने के चलते बीजेडी और वाईएसआर कांग्रेस जैसे दल ही अब उसकी आखिरी उम्मीद बचे हुए लेकिन बीजेडी इस नये रूख से बीजेपी को जरूर टेंशन हो रही होगी।