जुबिली न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में सात दिसंबर को बीजेपी द्वारा किए गए विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा को लेकर कई पार्टी नेताओं पर एफआईआर दर्ज की गई है।
मामले में वेस्ट बंगाल पुलिस ने बीजेपी के प्रदेश प्रभारी कैलाश विजयवर्गीय और बीजेपी युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष तेजस्वी सूर्या समेत कई बीजेपी नेताओं के खिलाफ मामला दर्ज किया है। बीजेपी नेताओं पर हिंसा के लिए उकसाने का केस दर्ज किया गया है।
आपको बता दें कि राज्य में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर बीजेपी ने अपने कई दिग्गजों को चुनावी प्रचार अभियान में उतार दिया है। इसी के तहत सिलीगुड़ी में 7 दिसंबर को हुए बीजेपी के एक कार्यक्रम में हिंसा भड़क गई थी।
इस हिंसा में बीजेपी के एक वरिष्ठ कार्यकर्ता की मौत भी हो गई थी। आरोप था कि बीजेपी के कार्यकर्ता की मौत पुलिस की गोली से हुई है। जहां पुलिस ने आरोपों का खंडन किया था, वहीं मामले की जांच सीआईडी को सौंप दी गई थी। अब मामले में वेस्ट बंगाल पुलिस ने बीजेपी नेताओं पर ही एफआईआर दर्ज की है।
इससे पहले दूसरी ओर बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने बुधवार को पश्चिम बंगाल पुलिस के इस दावे को गलत बताया कि वह पैलेट गन का इस्तेमाल नहीं करती। साथ ही उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस हाल की एक रैली के दौरान भगवा दल के एक कार्यकर्ता की हत्या के बारे में ‘सफेद झूठ’ बोल रही है।
विजयवर्गीय ने एक छोटा वीडिया साझा किया जिसमें एक पुलिसकर्मी एक शॉटगन में कथित तौर पर गोलियां भर रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य में पुलिस जो कहती है और जो करती है उसमें भारी अंतर है।
पुलिस द्वारा फेंके गए आँसू गैस और उन्ही के साथ खड़े हुए ममताजी के गुंडो ने बम चलाए।
यह सब वही निशाना बनाया गया जहाँ मैं, श्री @Tejasvi_Surya, श्री @NisithPramanik, श्री @DrSukantaMajum1, श्री @johnbarlabjp, श्री @RajuBistaBJP और श्री खगेन मुर्मू जी मौजूद थे।#UttarKanyaCholo pic.twitter.com/L75HMk8P0z
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) December 7, 2020
बीजेपी के वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘यह साधारण फुटेज है, मेरे पास ऐसे दस वीडियो हैं जिससे साबित कर सकता हूं कि पश्चिम बंगाल पुलिस सफेद झूठ बोल रही है।’ बीजेपी कार्यकर्ता उलेन राय की सोमवार को सिलीगुड़ी में एक विरोध मार्च के दौरान गोली लगने से घायल होने के बाद मौत हो गई थी।
इसके बाद पार्टी ने मंगलवार को अपनी रैलियों के दौरान पुलिस बर्बरता के विरोध में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया था। पश्चिम बंगाल पुलिस ने पहले एक ट्वीट में कहा कि राय की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से पता चलता है कि शॉटगन से चली गोली के जख्मों से उसकी मौत हुई है और पुलिस ऐसे हथियार का इस्तेमाल नहीं करती है।
झूठी है ममता जी की पुलिस
शर्म करो #AarNoiAnnay @aajtak @ABPNews @ZeeNews @ndtv @Republic_Bharat @AHindinews pic.twitter.com/JNT6EZuYB9
— Kailash Vijayvargiya (@KailashOnline) December 8, 2020
वहीं पुलिस ने कहा था, ‘यह स्पष्ट है कि सिलीगुड़ी में सोमवार के प्रदर्शन के दौरान सशस्त्र लोगों को लाया गया और उन्होंने आग्नेयास्त्रों से गोलियां चलाईं।’
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भी भगवा दल पर ‘अपनी रैलियों में लोगों की हत्या’’ करने के आरोप लगाए और जानना चाहा कि क्या ऐसा दुष्प्रचार के लिए किया जा रहा है। बनर्जी ने रानीगंज में एक सार्वजनिक रैली में कहा, ‘बीजेपी झूठ बोलती है, लोगों की हत्या करती है, यह रैलियां करती है और लोगों की हत्या करती है। क्या आप यह सब प्रचार के लिए करते हैं क्योंकि रैली में ज्यादा लोग नहीं थे ? पुलिस इनका इस्तेमाल नहीं करती है… क्या आपने एक व्यक्ति को पैलेट से मार दिया ताकि प्रचार मिल सके, दुष्प्रचार किया जा सके?’