जुबिली न्यूज़ डेस्क
पश्चिम बंगाल में आगामी विधान सभा चुनाव को लेकर सियासी उठापटक जारी है। निर्वाचन आयोग ने चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी को एक तगड़ा झटका लगा है। अटल बिहारी सरकार में केंद्रीय मंत्री रहे यशवंत सिन्हा ने टीएमसी का दामन थाम लिया है। उन्होंने कोलकाता में स्थित पार्टी के दफ्तर में टीएमसी की सदस्यता ज्वाइन की।
विधानसभा चुनाव से ठीक पहले यशवंत सिन्हा का ये फैसला बीजेपी के मुश्किलें बढ़ा दी है। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में यशवंत सिन्हा वित्त मंत्री थे। साल 2014 के बाद से ही मोदी सरकार के आलोचकों में से एक रहे हैं।
टीएमसी ज्वाइन करने के बाद उन्होंने कहा कि मैं बहुत अफसोस के साथ कह रहा हूं कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रही है। तोड़-मरोड़ कर चुनाव(8 चरणों में मतदान) कराने का फैसला मोदी-शाह के नियंत्रण में लिया गया है और भाजपा को फायदा पहुंचाने के ख्याल से लिया गया है
मैं बहुत अफसोस के साथ कह रहा हूं कि चुनाव आयोग अब स्वतंत्र संस्था नहीं रही है। तोड़-मरोड़ कर चुनाव(8 चरणों में मतदान) कराने का फैसला मोदी-शाह के नियंत्रण में लिया गया है और भाजपा को फायदा पहुंचाने के ख्याल से लिया गया है: यशवंत सिन्हा, टीएमसी pic.twitter.com/HscTvWIPWd
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 13, 2021
उनके टीएमसी में जाने के बाद इस बात की संभावना तेज हो गई है कि पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार करेंगे। उन्होंने कई बार वह आर्थिक मामलों को लेकर मोदी सरकार की आलोचना की है। हालांकि 2014 से 2019 के दौरान उनके बेटे जयंत सिन्हा वित्त राज्यमंत्री थे, लेकिन उस बीच उन्होंने कई बार पार्टी नेतृत्व की कड़ी आलोचना की थी।
बता दें कि 294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव होना है। इसमें पहले चरण की वोटिंग 27 मार्च से शुरू होगी । इसके बाद 1 अप्रैल को दूसरे राउंड के लिए मतदान पड़ेंगे। 6 अप्रैल को तीसरे राउंड की वोटिंग होगी। चौथे चरण की वोटिंग 10 अप्रैल को होनी है। 17 अप्रैल को 5वें चरण की वोटिंग होगी।
वहीं छठे और सातवें चरण की वोटिंग 22 अप्रैल को26 अप्रैल को होगी. इसके बाद दो मई को वोटों की गिनती की जाएगी।उधर टीएमसी ने अपने सभी 291 उम्मीदवारों की लिस्ट जारी कर दी है। खुद सीएम ममता बनर्जी ने नंदीग्राम विधानसभा सीट से चुनाव मैदान में हैं।
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उम्मीदवारों की सूची जारी करते हुए सीएम ममता ने कहा था कि उत्तर बंगाल की तीन सीटों पर टीएमसी अपने कैंडिडेट्स नहीं उतारेगी। टीएमसी की ओर से जारी उम्मीदवारों की सूची में 50 महिलाएं और 42 मुस्लिम उम्मीदवार हैं। इसके अलावा दलित समुदाय के 79 उम्मीदवारों को मौका दिया है।