जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अप्रैल की तपती गर्मी से बेहाल जनता को गुरुवार को बड़ी राहत मिली। जहां एक ओर पिछले कई दिनों से तेज धूप और चिलचिलाती गर्मी ने लोगों का घर से निकलना मुश्किल कर दिया था, वहीं दूसरी ओर मौसम ने अचानक करवट ली और राज्य के कई हिस्सों में तेज आंधी, बारिश और ओले गिरने का सिलसिला शुरू हो गया।
राजधानी लखनऊ, लखीमपुर खीरी, बहराइच, संतकबीर नगर, इटावा और चुर्क समेत प्रदेश के 50 से अधिक जिलों में गरज-चमक के साथ झमाझम बारिश हुई। कई इलाकों में ओले भी गिरे, जिससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई और भीषण गर्मी से लोगों को बड़ी राहत मिली।
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हालांकि, इस मौसम की करवट से जहां आम लोग सुकून की सांस ले रहे हैं, वहीं किसानों की चिंता बढ़ गई है। कई स्थानों से गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचने की खबरें आ रही हैं। तेज हवाओं और ओलों की मार ने खेतों में खड़ी फसल को झकझोर कर रख दिया है।
मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि इस बदलाव की मुख्य वजह पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय होना है। आने वाले 24 से 48 घंटे तक प्रदेश के पूर्वी और तराई इलाकों में बारिश, गरज-चमक और आकाशीय बिजली का खतरा बना रहेगा। हवाएं 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रही हैं, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है।
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क्या कहता है मौसम विभाग?
मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार, अगले कुछ दिनों तक मौसम ऐसा ही बना रह सकता है। खासकर दोपहर और शाम के समय तेज हवाएं और बारिश की संभावना बनी हुई है। लोगों को सलाह दी गई है कि वे खुले स्थानों पर न जाएं, और आकाशीय बिजली से बचने के लिए सुरक्षित जगह पर रहें।
किसानों के लिए सलाह
राज्य सरकार और कृषि विभाग ने किसानों से अपील की है कि वे अपनी फसल की सुरक्षा के लिए जरूरी कदम उठाएं और बारिश के बाद फसलों की स्थिति की निगरानी करें। फसल बीमा योजना से जुड़े किसान जल्द से जल्द नुकसान की जानकारी विभाग को दें ताकि समय रहते सहायता मिल सके।