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लखनऊ। चैत्र नवरात्रि का व्रत मां दुर्गा के भक्तों के लिये बेहद खास माना जाता है। इस दौरान भक्तजन अपनी अपनी मुरादें पूरी करने के लिये पूरे 9 दिनों का उपवास रखते हैं और फलाहार पर रहते हैं। नवरात्रि का व्रत शरीर को शुद्ध करने और खुद को स्वस्थ्य बनाने के लिये प्रभावशाली तंत्र माना गया है।
शरीर शुद्ध होने से मन भी शांत और स्थिर हो जाता है क्योंकि शरीर और मन का गहरा संबंध है। शरीर में ऊर्जा का स्तर बना रहे इसलिए व्रत धारी फलाहार तथा सात्विक भोजन का सेवन करते हैं। इस दौरान न सिर्फ अनाज बल्कि उन सभी प्रकार के खानपान से भी बचना चाहिए जिससे शरीर को अनेक प्रकार के नुकसान हो सकते हैं। जानें नवरात्रि में किन किन चीजों को खाने से बचा जाना चाहिए।
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गेहूं, चावल, सूजी, बेसन, मकई का आटा, बाजरे का आटा या रागी आदि इन नौ दिनों के दौरान सख्त वर्जित हैं। गेहूं जैसे ग्लूटेन खाद्य पदार्थों से दूर रह कर आप एलर्जी पैदा करने वाले प्रोटीन से बचे रह सकते हैं।
भारतीय खानपान में भारी मात्रा में सोडियम पाया जाता है, जिसे खाने से हाई बीपी और हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। इन नौ दिनों में सेंधा नमक का ज्यादा उपयोग किया जाता है क्योंकि इसे शुद्ध माना जाता है। इसमें सोडियम की मात्रा भी कम होती है।
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सात्विक सब्जियों को मुख्य रूप से व्रत के दौरान सेवन करने की सलाह दी जाती है। आलू, गाजर, शकरकंद, कच्चा केला, आदि जैसी सब्जियां स्वाद में भी जायकेदार होती हैं और व्रत के दिनों में शरीर को तुरंत एनर्जी भी देती हैं। इन्हें खाने से शरीर सारा दिन हाइड्रेट रहता है।
नवरात्रि के दौरान प्याज और लहसुन से सख्ती से बचा जाना चाहिए क्योंकि ये तामसिक भोजन में शामिल होते हैं। जबकि कुछ लोग इन व्रत के दौरान टमाटर का सेवन करने से भी बचते हैं।
आम दिनों में हम खाना बनाते वक्त ढेर सारे मसालों का इस्तेमाल करते हैं। मगर इन नौ दिनों के दौरान हल्दी, धनिया और जीरे से परहेज किया जाता है। माना जाता है कि ये मसाले स्वाद में कड़वे और शरीर में गर्माहट पैदा करते हैं। हालांकि नवरात्रि में काली मिर्च या लाल मिर्च पाउडर का उपयोग कर सकते हैं। वहीं, कई लोग जीरे पावडर का भी प्रयोग कर लेते हैं।
नवरात्रि के उपवास के दौरान मांसाहारी भोजन, अंडे, शराब और धूम्रपान करना वर्जित माना जाता है। यह राजसिक श्रेणी का भोजन है। आयुर्वेद के अनुसार मौसम में आ रहे बदलाव को देखते हुए इन चीजों को नहीं खाना चाहिये। इससे शरीर में गर्मी भी बढ़ती है।
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