जुबिली स्पेशल डेस्क
पश्चिम बंगाल के गिरफ्तार मंत्री पार्थ चटर्जी की ‘करीबी सहयोगी’ बताई जा रहीं अर्पिता मुखर्जी ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने इस बात को कबूल किया है कि उनके घर से बरामद कैश बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी का ही है।
उन्होंने ये बात खुद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने यह कबूल किया है। उन्होंने इस कैश को लेकर एक और बड़ी बात कही है। उन्होंने कहा कि जो पैसा बरामद हुआ है उसे उनसे जुड़ी कंपनियों में लगाया जाना था।
देश के जाने माने न्यूज चैनल की माने तो कैश को एक या दो दिनों में घर से बाहर निकालने की योजना थी। लेकिन प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) छापे ने उनकी सारी प्लानिंग को एक झटके में पानी फेर दिया।
अब इस मामले में ममता बनर्जी ने आखिरकार अब चुप्पी तोड़ी और पार्थ चटर्जी की गिरफ्तारी के दो दिनों के बाद ममता बनर्जी की नींद से जागी है और साफ कर दिया है कि किसी भी तरह से भ्रष्टाचार का समर्थन नहीं करती है। इतना ही नहीं ममता बनर्जी ने कहा है कि करप्ट लोगों का समर्थन कतई नहीं करतीं। उन्होंने साफ कर दिया कि वो इस मामले से कोसों दूर हैं। लेकिन उनका ये भी कहना था कि बीजेपी ये न समझे कि केंद्रीय एजेंसियों का इस्तेमाल करके वो उनकी पार्टी को तोड़ सकती है। अगर वो ऐसा समझ रहे हैं कि उन्हें मान लेना चाहिए कि ये केवल उनका मुगालता है।
Not too long ago, Mamata Banerjee, from an open platform, praised Partha Chaterjee’s close aide, from whose residential premise, ED seized a small sum of 20 crore. Mamata knew of her and the “good work” she was doing. Make no mistake, Partha wasn’t scamming on his own accord… pic.twitter.com/JP0jmDaXoW
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 23, 2022
बीजेपी ने एक वीडियो शेयर किया है, जिसमें ममता को पार्थ की करीबी अर्पिता मुखर्जी से बातचीत करते हुए देखा गया है। जिसके घर से 22 करोड़ रुपये नकद मिले थे. इस पर मुख्यमंत्री ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस का उससे कोई संबंध नहीं है।
कुल मिलाकर इस मामले में बीजेपी लगातार हमलावर है और वो लगातर ममता पर हमला बोल रही है तो दूसरी ओर ममता भी बीजेपी को उसी की भाषा में जवाब में दे रही है।