न्यूज़ डेस्क
डीआरडीओ आज यानी शुक्रवार को समुद्र के अंदर न्यूक्लियर मिसाइल का परीक्षण करने जा रहा है। भारत ने इस न्यूक्लियर मिसाइल को K-4 का नाम दिया है। यह मिसाइल 3500 किलोमीटर दूर तक सटीक निशाना लगा सकती है। बता दें कि यह मिसाइल देश की दूसरी अंडरवॉटर मिसाइल होगी।
इससे पहले भारत ने B0-5 न्यूक्लियर मिसाइल का सफल परीक्षण किया था। इस मिसाइल की मारक क्षमता 700 किलोमीटर से भी अधिक बताई जा रही थी। वहीं, रक्षा सूत्रों के अनुसार, K-4 भारत की सबसे शक्तिशाली अंडरवॉटर मिसाइल होगी। ऐसा बताया जा रहा है कि इस मिसाइल का परीक्षण पिछले महीने ही करना था लेकिन किसी वजह से इसको टाल दिया गया था।
वहीं, अगर भारत K-4 न्यूक्लियर मिसाइल का सफल परीक्षण कर लेता है तो वह ऐसा करने वाला छठा देश बन जाएगा। इससे पहले अमेरिका, फ्रांस, चीन, ब्रिटेन और रूस हैं। जिनके पास वॉटर न्यूक्लियर मिसाइल होगी।
बता दें कि देश की पहली न्यूक्लियर आर्म्ड सबमरीन आईएनएस अरिहंत को अगस्त 2016 में नेवी को सौंपा गया था। उसी समय से इस बात की चर्चा हो रही थी कि आईएनएस अरिहंत से ही न्यूक्लियर मिसाइल को दागा जाएगा।