न्यूज़ डेस्क
नई दिल्ली। जल शक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राज्यसभा में कहा कि देश में 256 जिलों के 1500 से अधिक प्रखंडों में जल संकट गहराने की आशंका है और इससे निपटने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है।
शेखावत ने सदन में प्रश्नकाल के दौरान एक पूरक प्रश्न के उत्तर में नीति आयोग की रिपोर्ट ‘कंपोजिट वॉटी मैनेजमेंट इंडैक्स’ को खारिज कर दिया कि देश के 21 शहरों में 2020 तक भू-जल समाप्त हाे जाएगा।
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यह रिपोर्ट भू-जल के पुनर्भरण और इसके निष्कासन के अनुमानों पर आधारित है। इसमें गहरे भू-जल स्तर को ध्यान में नहीं रखा गया है। सरकार ने जल शक्ति अभियान शुरू किया है, जिसमें उन 256 जिलों के 1500 से अधिक प्रखंडों में भू-जल स्तर सुधार के प्रयास किये जायेंगे। इसके लिए प्रत्येक जिले के लिए केंद्र, राज्य तथा स्थानीय अधिकारियों को मिलाकर एक दल का गठन किया गया है।
शेखावत ने कहा कि देश में अनुमानित 3880 अरब घन मीटर वर्षा जल प्रत्येक वर्ष प्राप्त होता है। इसमें से वाष्पीकरण के बाद 1999.20 अरब घन मीटर जल प्राकृतिक रुप से बचता है। इसमें से भी उपयोग योग्य की उपलब्धता 1122 अरब घन मीटर है।
कुल 690 अरब घन मीटर जल भूतल पर रहता है और 432 अरब घन मीटर जल भूगर्भ में चला जाता है। देश में सक्रिय जल भंडारण क्षमता 257.812 अरब घन मीटर है।
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