न्यूज डेस्क
बीजेपी ने आर्टिकल 370 और 35A हटाने का एक महीना पूरा होने पर एक शॉर्ट फिल्म जारी की है। पार्टी के वर्किंग प्रेजिडेंट जेपी नड्डा ने बुधवार को यह शॉर्ट फिल्म रिलीज की है, जिसमें जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित किए जाने का जिक्र है।
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे यह विडियो पीएम नरेंद्र मोदी लाल किले पर दिए गए भाषण से शुरू होता है, जिसमें वह कहते हैं कि यदि ये अनुच्छेद सूबे के विकास के लिए इतने ही महत्वपूर्ण थे तो फिर इन्हें स्थायी दर्जा क्यों नहीं दिया गया। यही नहीं विडियो का समापन भी पीएम मोदी के राष्ट्र के नाम दिए गए संबोधन से ही होता है।
11 मिनट के इस विडियो में देश के पहले पीएम जवाहर लाल नेहरू पर भी निशाना साधा गया है। यही नहीं कश्मीर की स्थिति के लिए उनकी ‘ऐतिहासिक गलती’ को जिम्मेदार ठहराया गया है। विडियो के मुताबिक आर्टिकल 370 पर उस वक्त बीआर आंबेडकर और सरदार वल्लभ भाई पटेल ने सरकार के फैसले का विरोध किया था।
एक ऐतिहासिक भूल की वजह से 70 साल तक जम्मू-कश्मीर की धरा रक्तिम होती रही।
लाखों नागरिक अपने अधिकारों से वंचित रहे, बच्चों को पत्थर थमाए जाते रहे।
मोदी सरकार के दृ़ढ़ निश्चय से अब भारत में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान का प्रावधान हमेशा के लिए खत्म हो चुका है।
एक लघु फिल्म। pic.twitter.com/2KTqZpUF7L
— BJP (@BJP4India) September 4, 2019
बीजेपी ने कहा कि पटेल ने उस वक्त 562 रियासतों को भारत में शांतिपूर्ण ढंग से विलय किया था, लेकिन कश्मीर के मसले को नेहरू ने खुद हैंडल किया। बीजेपी ने दावा किया, ‘कश्मीर पर मसले पर यूएन जाकर नेहरू ने बड़ी ऐतिहासिक भूल की थी। इसके अलावा फिर राज्य को स्पेशल स्टेटस देकर दूसरी गलती की, जिसका उस वक्त के कांग्रेस नेताओं ने भी विरोध किया था।’
विडियो के मुताबिक उस वक्त डॉ. आंबेडकर ने नेहरू से कहा था कि आर्टिकल 370 देश के साथ विश्वासघात की तरह है और इस अनुच्छेद के ड्राफ्ट को उन्होंने खारिज कर दिया था। विडियो में होम मिनिस्टर अमित शाह की ओर से संसद में दिए गए आर्टिकल 370 हटाए जाने के बयान का भी जिक्र किया गया है।