न्यूज डेस्क
जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को जब जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने CRPF के जवानों पर हमला किया था। इसी के जवाब में भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में घुसकर एयरस्ट्राइक की थी। इस एयरस्ट्राइक में वायुसेना ने जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अड्डों पर ताबड़तोड़ बम बरसाए थे।
इस एयरस्ट्राइक में कितने आंतकी मारे गए थे, इस बात का तो सही पता नहीं चल पाया था। लेकिन खबरों की माने तो करीब 300 आतंकवादी इस स्ट्राइक के दौरान माने गए थे। हालांकि, इस एयरस्ट्राइक पर विपक्ष समेत कई लोगों ने उंगली भी उठाई थी और सबूत भी मांगा था।
अब शुक्रवार को वायुसेना की तरफ से इस एयरस्ट्राइक पर एक वीडियो जारी किया गया है, जिसमें एयरस्ट्राइक की पूरी प्रक्रिया को दिखाया गया है।
#WATCH Indian Air Force showcases the story of the Balakot aerial strikes in a promotional video at the annual Air Force Day press conference by Air Force Chief Air Chief Marshal Rakesh Kumar Singh Bhadauria. pic.twitter.com/GBRWwWe6sJ
— ANI (@ANI) October 4, 2019
वायुसेना के द्वारा इस वीडियो में दिखाया गया है कि किस तरह पुलवामा आतंकी हमले के बाद देश में पाकिस्तानी आतंकवादियों के खिलाफ गुस्सा था, जिसके बाद वायुसेना ने बालाकोट में एयरस्ट्राइक करने की योजना बनाई। वीडियो के मुताबिक वायुसेना के विमानों में पाकिस्तान के बालाकोट में चल रहे आतंकी अड्डों पर निशाना बनाया और उन्हें तबाह कर दिया।
वीडियो में दिखाया गया है कि बालाकोट में एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान ने अगले दिन (27 फरवरी) को भारतीय वायुक्षेत्र में घुसने की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना के जवानों ने उन्हें खदेड़कर बाहर कर दिया।
गौरतलब है कि पाकिस्तान से आए जैश-ए-मोहम्मद के आतंकियों ने 14 फरवरी को पुलवामा में आतंकी हमला किया था, जिसमें CRPF के 45 जवान शहीद हो गए थे। इसी के बाद पाकिस्तान के बालाकोट में मौजूद जैश-ए-मोहम्मद के अड्डों पर वायुसेना ने एयरस्ट्राइक की थी। जब एयरस्ट्राइक हुई तो सबसे पहले पाकिस्तान की ओर से कुछ तस्वीरें साझा की गई थी, फिर वायुसेना ने इसकी जानकारी दी।
हालांकि, पाकिस्तान की ओर से लगातार इस बात का इनकार किया गया कि इस एयरस्ट्राइक में उनका कोई नुकसान हुआ है। लेकिन पाकिस्तान ने इसी के साथ ही बालाकोट में अंतरराष्ट्रीय मीडिया के आने पर रोक भी लगा दी गई थी। जबकि भारतीय वायुसेना ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस बात की पुष्टि की थी कि बालाकोट में उनका मिशन सफल रहा है और 80 फीसदी से अधिक निशाने बिल्कुल सटीक लगे हैं।