जुबिली स्पेशल डेस्क
इजरायल-हमास के बीच छिड़ी जंग में हजारों लोगों की जान जा चुकी है। इतना ही नहीं स्थानीय नागरिकों को अपनी जान का खतरा मंडरा रहा है। इस वजह से कई लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ जा रहे हैं।
हालात तो ऐसे है कि फिलहाल दोनों तरफ से युद्ध विराम को लेकर कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं। इजरायल लगातार हमास को टारगेट उसके ठिकानों पर हमला कर रहा है।
इस बीच लेबनान भी इजरायल पर अब सख्त रूख अपना रहा है। इस वजह से लेबनान पर इजरायल बम बरसाना शुरू कर दिया है।
इजरायल रक्षा बलों ने दक्षिणी लेबनान में एक एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल दस्ते के खिलाफ हवाई हमला बोला है। आईडीएप ने इस ऑपरेशन का वीडियो भी मीडिया के सामने भी पेश किया है।
العدو يستهدف سيارة من نوع رابيد في بلدة حولا pic.twitter.com/46wRvdBktB
— Lebanon 24 (@Lebanon24) October 21, 2023
इस वीडियो में देख सकते है कि चारों तरह अंधेरा है और धुआं दिखायी पड़ रहा है जबकि लेबनानी मीडिया आउटलेट्स द्वारा प्रकाशित फुटेज में दक्षिणी गांव हौला में एक कार जलती हुई दिखाई दे रही है।
IDF publishes footage showing a strike against an anti-tank guided missile squad in southern Lebanon that launched a missile at Margaliot, wounding two Thai workers. pic.twitter.com/v42atpGZJG
— Emanuel (Mannie) Fabian (@manniefabian) October 21, 2023
लेबनान के सीमावर्ती शहर ऐता अल-शाब के मेयर मोहम्मद सुरौर ने कहा है कि इजरायली बमबारी ने घरों, एम्बुलेंस और एक स्कूल को निशाना बनाया. जिसके बाद से लेबनानी शहर टायर के कम से कम 3,650 लोग बेघर हो गए हैं।
बता दे कि इसराइल ने 7 अक्टूबर को हमास के हमले के बाद से ग़ज़ा में बिजली और पानी समेत सभी सुविधाएं बंद कर दी हैं. साथ ही खाने और दवाइयों की डिलीवरी को भी बंद कर दिया गया है. ग़ज़ा की क़रीब 23 लाख लोगों वाली आबादी के पास हर दिन की बुनियादी ज़रूरतों को पूरा करने का सामान दिनों दिन घटता जा रहा है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन पानी तक पहुंच को एक बुनियादी मानव अधिकार मानता है. डब्ल्यूएचओ के मुताबिक हर रोज प्रति व्यक्ति को कम से कम 100 लीटर पानी की जरूरत पड़ती है, जो उसे मिलना चाहिए।