जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश शिया सेन्ट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन जितेन्द्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी अक्सर सुर्खियों में रहते हैं। पहले वसीम रिजवी ने इस्लाम को छोडक़र हिन्दू धर्म को अपनाया।
अब खबर आ रही है कि वो संन्यास लेने की चाहत जाहिर की है। जानकारी के मुताबिक वसीम रिजवी अब संन्यास लेना चाहते हैं। अब इस पूरे मामले पर 24 मई को अखाड़ों से बात के बाद फैसला लिया जायेगा। स्वामी आनंद स्वरूप के साथ ही जितेन्द्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने रविवार को रुद्राभिषेक किया था।इस दौरान रिजवी ने संन्यास की इच्छा जताई। उन्होंने कहा कि अब हिन्दू धर्म में आने के बाद वह सभी मोह माया से दूर होकर संन्यास परंपरा धारण करना चाहते हैं।
अब जितेन्द्र नारायण त्यागी उर्फ वसीम रिजवी संन्यास लेने की बात कह रहे हैं। इसको लेकर मंगलवार को स्वामी आनंद स्वरूप अखाड़ा परिषद के अलावा सभी 13 अखाड़ों से इस संबंध में बातचीत करेंगे।
शांभवी पीठाधीश्वर के स्वामी आनंद स्वरूप ने कहा है कि जितेंद्र त्यागी उर्फ वसीम रिजवी ने संन्यास लेने की इच्छा जताई है। इसको लेकर मंगलवार को सभी अखाड़ों से बातचीत की जाएगी। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष से भी मुलाकात की जाएगी। वही अखाड़ा परिषद अध्यक्ष ं श्रीमहंत रविंद्र पुरी, ने कहा कि अब उन्होंने हिन्दू धर्म धारण कर लिया है, इसलिए वह संन्यास धारण कर सकते हैं। यदि उन्होंने इच्छा जताई है तो कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
बता दें कि पिछले साल इसी 17 से 19 दिसम्बर के बीच खडख़ड़ी स्थित वेद निकेतन में धर्म संसद का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में संतों के साथ धर्म बदलकर जितेन्द्र नारायण त्यागी बने वसीम रिजवी भी मौजूद थे। इस धर्म संसद में हुई हेट स्पीच के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था।
धर्म संसद मामले में 26 दिसम्बर को चार संतों के नाम भी जोड़े गए थे। इसके बाद एसआईटी का गठन हुआ और इस एसआईटी टीम का नेतृत्व कर रहे देहरादून के एसपी देहात कमलेश उपाध्याय के साथ टीम हरिद्वार पहुंची थी। बुधवार को इस टीम ने धर्म संसद की वीडियो क्लिप जुटाई और कई गवाहों के बयान लिए। जितेन्द्र त्यागी के खिलाफ गुलबहार खां नाम के व्यक्ति ने मुकदमा दर्ज कराया था।