जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। वसीम रिजवी ये नाम आजकल सुर्खियों में बना हुआ है। सोशल मीडिया पर वसीम रिजवी काफी चर्चा में बने हुए है। वसीम रिजवी का बयान उनके लिए हर बार गले की हड्डी बन जाता है।
दरअसल वसीम रिजवी को लेकर इन दिनों पूरे भारत में जमकर विरोध हो रहा है। उन्होंने कुरान से 26 आयतें हटाने की मांग को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, जिसे खारिज कर दिया गया था। इसके बाद से ही रिजवी मुस्लिम संगठनों के निशाने पर हैं।
अब उनको लेकर एक और जानकारी सामने आ रही है। दरअसल शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी अब इस्लाम धर्म से किनारा करके हिंदू धर्म अपनाने की तैयारी में है बताया जा रहा है कि उन्हें डासना देवी मंदिर के महंत यति नरसिंम्हानंद गिरी महाराज सनातन धर्म ग्रहण करवाएंगे।
उत्तरप्रदेश-
प्रखर रायतेबाज़ वसीम रिजवी कल हिन्दू धर्म ग्रहण करेंगे,गाजियाबाद में हिन्दू बनेंगे वसीम रिजवी !!
— Gaurav Singh Sengar (@sengarlive) December 5, 2021
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धर्म परिवर्तन के बाद मेरा नया नाम नरसिंहानंद गिरि जी महाराज तय करेंगे : वसीम रिजवी pic.twitter.com/eLal7pWUdt
— Nadeem (@nadeemNBT) December 5, 2021
जानकारी के मुताबिक, रिजवी सोमवार की सुबह इस्लाम छोड़ हिंदू धर्म अपना लेंगे। गाजियाबाद के डासना देवी मंदिर में हिंदू धर्म ग्रहण करेंगे। वसीम रिजवी ने हाल में एक वसीयत करके कहा था कि मरने के बाद उनको दफनाने के बजाये हिंदू रीति रिवाज से अंतिम संस्कार किया जाये। अब उन्होंने इस्लाम धर्म छोडऩे का फैसला कर डाला है।
बता दे कि शिया और सुन्नी समुदाय के उलेमाओं ने फतवा देकर उन्हें इस्लाम से खारिज कर दिया है। इसके अलावा जनता ही नहीं बल्कि वसीम रिजवी के उनके घरवाले उनके खिलाफ है और साथ ही मां और भाई ने उनके अब किनारा कर लिया है। शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी ने जब से कुरान की 26 आयतों को हटाने की मांग की है तब से पूरे भारत में उनके खिलाफ जमकर विरोध देखने को मिला था।