जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अब खत्म हो चुकी है। इस यात्रा के सहारे कांग्रेस ने लोगों के दिल में अपनी जगह बनाने की पूरी कोशिश की है।
इतना ही नहीं राहुल गांधी भी बतौर राजनेता अब लोगों को पसंद आ रहे हैं। किसी जमाने में राहुल गांधी को लेकर उतना गम्भीरता से नहीं लेते थे जितना लेना चाहिए था लेकिन अब ऐसा नहीं है राहुल गांधी को लेकर देश की जनता अब गम्भीर है। इसके साथ ही राहुल गांधी के द्वारा उठाये जा रही बातों पर देश में प्रतिक्रिया देखने को मिलती है।
दूसरी तरह राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा ने मोदी सरकार की नींद उड़ाने का काम किया है। अभी तक बीजेपी भी राहुल गांधी की बातों पर गौर नहीं करती लेकिन अब हालात बदले है। ये सब कुछ भारत जोड़ो यात्रा की वजह से ही संभव हुआ है लेकिन क्या आपको पता है कि राहुल गांधी उसी भारत जोड़ो यात्रा को छोडऩे का मन बना लिया था। इसका खुलासा कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने किया है।
कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने शनिवार को कहा कि भारत जोड़ो यात्रा के शुरुआती दिनों के दौरान, एक नाजुक स्थिति थी। पूर्व कांग्रेस प्रमुख राहुल गांधी घुटने की गंभीर समस्या का सामना करना कर रहे थे। इसके चलते उन्हें यह सोचने पर मजबूर होना पड़ा कि क्या उनकी जगह किसी और को यात्रा का नेतृत्व करना चाहिए।
राहुल गांधी के करीबी विश्वासपात्र वेणुगोपाल ने कहा कि स्थिति ऐसी उत्पन्न हो गई थी कि प्रियंका गांधी ने भी उनसे इस विषय पर बात की थी। प्रियंका गांधी का फोन आया और उन्होंने भी राहुल के घुटने के दर्द की गंभीरता के बारे में बताया। उन्होंने अभियान को अन्य वरिष्ठ नेताओं को सौंपने का सुझाव दिया।
उस क्षण वह हाथ जोडक़र खड़े हो गए और दिव्य हस्तक्षेप के लिए प्रार्थना कर रहे थे। इसके बाद आगे उन्होंने बताया कि राहुल गांधी द्वारा सुझाए गए एक फिजियोथेरेपिस्ट उनकी मेडिकल टीम में शामिल हो गए और उनका इलाज किया। वेणुगोपाल ने समारोह में कहा, कि ईश्वर की कृपा से उनका दर्द ठीक हो गया। इस तहर से राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा आगे बढ़ी और लोगों ने उसको पूरा समर्थन दिया।