जुबिली न्यूज ब्यूरो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील बत्ती बुझाओ, मोमबत्ती जलाओ पर अब राजनीति तेज होने लगी है । कुछ लोगों का कहना है की 6 अप्रेल को भाजपा का स्थापना दिवस होता है और इसी लिए नरेंद्र मोदी ने 5 अप्रेल का दिन चुना ताकि
स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर इस तरह के आयोजन के जरिए स्थापना दिवस मनाया जा सके।
समाजवादी पार्टी के पिछड़ावर्ग प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष चौ. लौटनराम निषाद का कहना है कि “पीएम के इस अपील का कोरोना से कोई लेना-देना नहीं है. यह कार्यक्रम बीजेपी स्थापना दिवस के मद्देनजर किया गया है।
बीजेपी अपना 40वीं वर्षगांठ 6 अप्रैल को मनाने जा रही है । इसके लिए पीएम मोदी ने परोक्ष रूप से सभी से कहा है कि 5 अप्रैल रात के 9 बजे 9 मिनट तक अपने घरों के सभी लाइटें बंद करके घर के गेट पर या बालकनी से मोमबत्ती, दीप या मोबाइल के फ्लैश लाइट जलाएं। यह बीजेपी स्थापना दिवस की पूर्व संध्या का जश्न है।
22 मार्च और 6 अप्रैल का ये है महत्व
6 अप्रैल, 1980 को 9 रात्रि बजकर 9 मिनट पर भाजपा गठन को अंतिम रूप दिया गया था। नागपुर स्थित संघ भवन (आरएसएस मुख्यालय) में 22 मार्च, 1980 को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के राजनीतिक अंग/संगठन की स्थापना का निर्णय तात्कालीन सर संघचालक मधुकर दत्तात्रेय देवरस उपाख्य बाबासाहेब देवरस की स्वीकृति से लिया गया था।
22 मार्च को सायं 5 बजकर 5 मिनट पर सर संघचालक ने राजनीतिक दल के गठन की स्वीकृति प्रदान किया था। पीएम ने निर्णय के इस 40वें वर्षगांठ के अवसर पर 22 मार्च को जनता कर्फ़्यू लगाकर शाम 5 बजे से 5 बजकर 5 मिनट (05 से 5.05 बजे तक) ताली, थाली, घण्टा-घड़ियाल व शंख बजवाकर जश्न मनवाया।
लोटन राम निषाद ने पीएम केयर फंड पर भी सवाल उठाया है । उन्होंने कहा – वैश्विक महामारी कोरोना से बचाव के लिए प्रधानमंत्री ने एक बार फिर नियम-कानून की धज्जियां उड़ाते हुए ‘पीएम केअर फंड’ बना लिया, जिसकी पारदर्शिता बिल्कुल संदिग्ध है। कोरोना बचाव के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय आपदा राहत कोष में ही सहायता मांगनी चाहिए थी, न कि प्रधानमंत्री केअर फंड में। कोरोना भाजपा व मोदी की नाकामियों को छिपाने व जनता का ध्यान असल मुद्दों से हटाने के लिए वरदान स्वरूप मिल गया है।