- सात चरणों में होंगे पांच राज्यों में चुनाव
- उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले दौर का मतदान
- उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में 10 फरवरी से 7 मार्च तक मतदान
- पंजाब, उत्तराखंड और गोवा में 14 फरवरी को मतदान
- मणिपुर में 27 फरवरी और 3 मार्च को मतदान
- 10 मार्च को सभी राज्यों में मतगणना होगी
जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। चुनाव आयोग ने तमाम कयासों के बीच आखिरकार शनिवार को उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब सहित पांच राज्यों में विधानसभा चुनावों की तारीखों का एलान कर दिया है। उत्तर प्रदेश समेत 5 राज्यों के चुनाव का ऐलान निर्वाचन आयोग कर दिया है।
बता दें कि उत्तर प्रदेश विधानसभा का कार्यकाल 14 मई 2022 को पूरा हो रहा है। ऐसे में 14 मई से पहले हर हाल में विधानसभा और नई सरकार के गठन की प्रकिया पूरी होनी है। चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि उत्तर प्रदेश में 7 चरणों में चुनाव आयोजित कराए जाएंगे।
इसके तहत 10 फरवरी से 7 मार्च तक वोटिंग की जाएगी। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के नतीजे 10 मार्च को आएंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक उत्तर प्रदेश में 10 फरवरी को पहले चरण के तहत मतदान किया जाएगा।
चुनाव आयोग की माने तो 403 विधानसभा सीटों वाले उत्तर प्रदेश में 7 चरणों मतदान कराया जायेगे जबकि उत्तराखंड और पंजाब में 14 फरवरी को एक ही राउंड में मतदान होना है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि 10 मार्च को सभी 5 राज्यों के नतीजों का ऐलान किया जाएगा।
UP में 10 फरवरी से होगा मतदान
- यूपी में पहले फेज का मतदान 10 फरवरी को होगा
- दूसरा फेज-14 फरवरी
- तीसरा फेज- 20 फरवरी
- चौथा फेज- 23 फरवरी
- पांचवां फेज- 27 फरवरी
- छठा चरण 3 मार्च
- सातवां चरण 7 मार्च
- 10 मार्च को काउंटिंग
उत्तराखंड में दूसरे चरण में होंगे चुनाव, 14 फरवरी को डाले जाएंगे वोट
चुनाव आयोग ने घोषणा की है कि दूसरे चरण में उत्तराखंड में चुनाव होगा। नामांकन 25 जनवरी से शुरू होंगे। नामांकन की आखिरी तारीख 28 जनवरी होगी। स्क्रूटनी 29 जनवरी को होगी। नामांकन वापस लेने की आखिरी तारीख 31 जनवरी होगी। 14 फरवरी को प्रदेश की 70 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जाएंगे। वहीं मतगणना 10 मार्च को होगी।
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने शनिवार को पत्रकारों से बातचीत में बताया है कि ज्यादातर राज्यों में वैक्सीनेशन की स्थिति बेहतर है। गोवा में 95 फीसदी आबादी को वैक्सीनेशन हो चुका है। उत्तराखंड में 90 फीसदी लोगों को पहली वैक्सीन लग चुकी है। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सभी एजेंसियों को अलर्ट पर किया गया है। सुविधा एप के जरिए हो सकेंगा ऑनलाइन नामांकन। उम्मीदवार ऑनलाइन नामांकन भी कर सकते है। पोलिंग स्टेशन में 16 प्रतिशत की बढ़ोतरी की गई है। 80 +पोस्टल बैलेट की सुविधा दी जाएगी।
चुनाव आयोग ने आज से 15 जनवरी तक रोड शो, रैली, साइकिल रैली पद यात्रा तक रोक पूर्ण रुप से रोक लगा दी है। 15 जनवरी के बाद पर इस पर विचार किया जाएगा। एक अहम ऐलान में चुनाव आयोग ने कहा है कि मतदान के लिए समय को एक घंटा बढ़ा दिया गया है। ऐसा कोरोना की वजह से किया गया है। चुनाव के समय की घोषणा अधिसूचना जारी करने के वक्त की जाएगी।
चुनाव आयोग ने कहा है कि चुनाव प्रचार डिजिटल, वर्चुअल, मोबाइल के जरिए करें। फिजिकल प्रचार के पारंपरिक साधनों का इस्तेमाल कम से कम करें। इसके अलावा रात आठ बजे से सुबह आठ बजे तक कोई प्रचार, जन संपर्क राजनीतिक पार्टियां नहीं कर सकेंगी. विजय जुलूस नहीं निकाला जा सकेगा। विजय उम्मीदवार दो लोगों के साथ प्रमाण पत्र लेने जाएंगे। पार्टियों को तय जगहों पर ही सभा करने की अनुमति होगी। सभी पार्टियों और उम्मीदवारों को अंडरटेकिंग देनी होगी कि वे कोविड गाइड लाइन का पालन सख्ती से करेंग।
सभी पार्टियों ने कहा था, चुनाव टाइम पर ही हों
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच चुनाव कराया जाए या टाल दिया जाए, इसको लेकर चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों के साथ मंथन किया था। इस बैठक में सभी दलों ने राय जताई थी कि चुनाव समय पर ही होना चाहिए। उसके बाद आयोग ने वैक्सीनेशन से लेकर प्रशासन तक की स्थिति का जायजा लिया और अब किसी भी वक्त चुनावी बिगुल बज सकता है।
गुरुवार को चुनाव के बारे में नीति आयोग के सदस्य वीके पॉल और गृह मंत्रालय के अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करने के साथ ही आयोग ने इन पांचों राज्यों के गृह और स्वास्थ्य विभाग के आला अफसरों से भी बातचीत की।
इन अफसरों से चुनाव आयोग निरंतर संपर्क बनाए हुए है। राज्य निर्वाचन अधिकारी कार्यालय के अफसरों को अब चुनाव आयोग के फैसले का इंतजार है। इन अफसरों को उम्मीद है कि आयोग बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर नयी गाइडलाइन जारी कर सकता है।