जुबिली स्पेशल डेस्क
नई दिल्ली। भारत के 15वें राष्ट्रपति का चुनाव सोमवार को मतदान शुरू हो गया है। देश के 4 हजार से ज्यादा सांसद और विधायक मिलकर देश के नये राष्ट्रपति का चुनाव करेंगे।
विपक्ष ने अपने उम्मीदवार के तौर पर पूर्व टीएमसी नेता यशवंत सिन्हा को चुना है जबकि एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए के अपने उम्मीदवार के तौर द्रौपदी मुम को चुना है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 25 जुलाई को समाप्त हो रहा है।
राष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदान का दौर शुरू हो चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वोट डाला है जबकि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत ने अपना वोट दे दिया है।
बता दे कि राष्ट्रपति चुनाव में समाजवादी पार्टी के संस्थापक मुलायम सिंह यादव के खिलाफ विपक्ष के संयुक्त प्रत्याशी यशवंत सिन्हा के अपमानजनक बयान को लेकर विधायकों में आक्रोश है।
इसे लेकर सपा के कुछ मुस्लिम विधायक देर रात तक अखिलेश यादव से मुलाकात करने वाले हैं। उनका कहना है कि यशवंत सिन्हा अपना बयान वापस लें, नहीं तो उन्हें वोट देने पर विचार करना पड़ेगा।
राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की प्रत्याशी द्रोपदी मुर्मू के समर्थन में विपक्ष के कई नेताओं के आने के कारण प्रदेश में राष्ट्रपति चुनाव काफी रोचक हो गया है। सुभासपा नेता ओम प्रकाश राजभर और सपा विधायक शिवपाल सिंह यादव के बाद सपा के कुछ अन्य विधायकों में विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार के खिलाफ जबरदस्त गुस्सा है। ऐसे में राष्ट्रपति चुनाव में विपक्ष की एकता तार-तार हो गई है और सपा मुखिया अखिलेश यादव के फैसले पर सवालिया निशान लगाए जा रहे हैं।