जुबिली न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल में हाल ही में आए तूफान से वोटिंग पर कोई असर न पड़े इसके लिए चुनाव आयोग ने तैयारी शुरू कर दी है. चुनाव आयोग का कहना है कि वह ये सुनिश्चित करेगा कि जलपाईगुड़ी शहर, मयनागुड़ी और अन्य तूफान प्रभावित क्षेत्रों के मतदाता अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने से वंचित न हों. भले ही रविवार को हुई तबाही के कारण उनके मतदाता कार्ड और अन्य दस्तावेज क्षतिग्रस्त हो गए हों या खो गए हों.
चुनाव आयोग के एक अधिकारी ने सोमवार को बताया कि लोगों को मतदाता पर्ची के साथ मतदान करने की अनुमति दी जाएगी. मतदाता पर्चियां मतदान से एक दो दिन पहले राजनीतिक दलों की ओर से बांटी जाती हैं या फिर इन्हें चुनाव आयोग की वेबसाइट से भी डाउनलोड कर सकते हैं.
तूफान से 5 लोगों की गई थी जान
दरअसल, रविवार को जलपाईगुड़ी शहर और इसके आसपास के इलाकों में अचानक आए तूफान और भारी बारिश के कारण कम से करीब 5 लोगों की मौत हो गई थी और 200 से अधिक लोग बेघर हो गए थे. इसके बाद कई लोगों ने इन इलाकों में वोटिंग को लेकर चिंता व्यक्त की थी. उनका कहना था कि कई लोगों के वोटर आई कार्ड खो चुके हैं या फिर ऐसे लोग अलग-अलग वजह से परेशान हो रहे हैं.
मकान और सभी सामान क्षतिग्रस्त
इन सबके बीच चुनाव आयोग ने भी इसमें सक्रियता दिखाई. एक अधिकारी ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से बातचीत में कहा कि यह एक आपदा और आपातकाल है. कई लोगों के घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं और उन्होंने लगभग सब कुछ खो दिया है. ऐसे कई लोग हो सकते हैं जिनके मतदाता पहचान पत्र क्षतिग्रस्त हो गए होंगे या इस आपदा में खो गए होंगे. हम सुनिश्चित करेंगे कि ऐसे लोग भी मतदान कर सकें. ऐसे लोगों को मतदाता पर्ची का उपयोग करके वोट डालने की अनुमति दी जाएगी.
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11 पोलिंग बूथ भी हुए हैं क्षतिग्रस्त
बता दें कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 19 अप्रैल को कूचबिहार, अलीपुरद्वार और जलपाईगुड़ी सीटों पर मतदान होना है. अधिकारी ने बताया कि हमारे पास रिपोर्ट है कि रविवार के तूफान में 11 बूथ क्षतिग्रस्त भी हुए हैं. हमारे पास मतदान की तारीख से पहले सब कुछ बहाल करने के लिए पर्याप्त समय है.