जुबिली न्यूज डेस्क
देश में रविवार को राम नवमी के मौके पर जहां एक ओर जश्न का माहौल था, वहीं दूसरी ओर कुछ राज्यों में इसके आयोजनों में रंग में भंग पड़ गया।
आलम यह रहा कि चार राज्यों- गुजरात, मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल और झारखंड में सांप्रदायिक हिंसा फैल गई। भाजपा शासित गुजरात में इस दौरान एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एमपी में भी कई जगह हालात पर काबू पाने के लिए प्रशासन को कर्फ्यू लगाना पड़ा।
साबरकांठा में मिला एक बुजुर्ग का शव
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गुजरात के आनंद जिला के खांबट और साबरकांठा जिले के हिम्मतनगर में सांप्रदायिक झड़प हुईं। पुलिस के अनुसार खंबट में 65 साल के एक अज्ञात व्यक्ति की लाश मौके (जहां जुलूस के दौरान हिंसा हुई थी) से बरामद हुई। वहीं,
साबरकांठा में हिंसा के अगले दिन पुलिस ने फ्लैग मार्च निकाला। एसपी विशाल वघेला ने कहा, “जन संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से जुड़ी तीन शिकायतें मिलीं हैं। दोषियों के खिलाफ कड़े कदम उठाए जाएंगे।”
हिम्मतनगर के छापरिया इलाके में #RAF की 2 कंपनियों ने किया फ्लैग मार्च, रविवार को रामनवमी के जुलुस के दौरान यहाँ भड़की थी हिंसा @indiatvnews @dgpgujarat @SPSabarkantha @sanghaviharsh #ramnavmi #ramnavami2022 pic.twitter.com/peGge4udWf
— Nirnay Kapoor (@nirnaykapoor) April 11, 2022
बंगाल : जुलूस में तलवारें लहराते दिखे लोग
पश्चिम बंगाल में बीजेपी के रामनवमी जुलूस के जवाब में सत्तारूढ़ प्रतिद्वंद्वी दल तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने देवी बसंती की पूजा का आयोजन कराया।
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष समेत कई बीजेपी नेताओं ने सूबे के विभिन्न हिस्सों में निकाले गए जुलूस में हिस्सा लिया। वहीं, कोलकाता से थोड़ी ही दूरी पर बैरकपुर में दो जुलूस में लोग तलवारें लहराते देखे गए। हालांकि, प्रशासन ने जुलूस में हथियारों के प्रदर्शन पर प्रतिबंध लगाया था।
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एमपी : खरगोन में 10 घर जले, बड़वानी में भी हिंसा
मध्य प्रदेश में भी रामनवमी के मौके पर हिंसा हुई। खरगोन डीएम अनुग्रह पी ने कहा कि पूरे शहर में कर्फ्यू लगा है, जबकि एक अन्य अफसर ने बताया कि वहां पुलिस अधीक्षक (एसपी) सिद्धार्थ चौधरी को हिंसा में गोली (पैर में) लगी।
एसपी के मुताबिक, वहां कम से कम 10 घर जला दिए गए। वहीं डीआईजी ने कहा, “हिंसा में छह पुलिसकर्मियों सहित कम से कम 24 लोग घायल हुए।”
वहीं, बड़वानी में सेंधवा थाना प्रभारी बलदेव सिंह मुजाल्दे और पांच अन्य जोगवाड़ा रोड पर जुलूस पर पथराव में जख्मी हुए गए।
इस बीच, मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा- खरगोन की घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। मध्य प्रदेश में दंगाइयों के लिए कोई स्थान नहीं है। वे चिन्हित कर लिए गए हैं, जिन्हें छोड़ा नहीं जाएगा।
सीएम ने कहा, सूबे में हमने लोक और निजी संपत्ति को नुकसान का निवारण एवं नुकसानी की वसूली विधेयक पारित किया है। दंगाइयों को दण्डित तो किया ही जाएगा, साथ ही नुकसान की वसूली भी उनसे की जाएगी। राज्य सरकार इस हेतु क्लेम ट्रिब्यूनल का गठन कर रही है।
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वहीं खरगोन हिंसा पर मध्य प्रदेश के मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने सोमवार को कहा, “फिलहाल 77 लोग गिरफ़्तार हुए। एसपी के पैर में छर्रे लगे, उसे हम गोली भी कह सकते हैं। वे घायल हुए हैं। हमारे पुलिस के छह जवान भी घायल हुए। हम किसी को भी राज्य के अंदर माहौल नहीं बिगाडऩे देंगे।
जेएनयू में मांसाहार को लेकर झड़प
दिल्ली के जवाहर लाल नेहरू विवि (जेएनयू) में छात्र संघ (जेएनयूएसयू) और राष्ट्रीय स्यवंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) में कैंपस ‘मेस’ में रामनवमी पर नॉन-वेज (मांसाहारी) खाना परोसने पर झड़प में पुलिस ने सोमवार को एबीवीपी के अज्ञात सदस्यों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की। पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 323, 341, 509, 506 और 34 के तहत केस फाइल किया है।