जुबिली स्पेशल डेस्क
मणिपुर में फिर से सुलग रहा है। नये साल के दिन वहां पर एक बार फिर जमकर हिंसा और बवाल देखने को मिल रहा है। थौबल जिले में तीन लोगों की कथित तौर पर गोली मारकर मौत के घाट उतार दिया गया है। इसके बाद पूरे इलाके में गुस्सा और डर देखने को मिल रहा है।
आनन-फानन में हिंसा को काबू करने के लिए राज्य के पांच घाटी जिलों में फिर से कर्फ्यू लगाने का फैसला किया गया और फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के हवाले से खबर है कि हमलावर बंदूकधारियों की अभी पहचान नहीं हो सकी है लेकिन अधिकारियों की माने तो वो जल्द गिरफ्तार करेंगे।
बताया जा रहा है कि बंदूकधारी छद्मवेश में लिलोंग चिंगजाओ क्षेत्र में पहुंचे और स्थानीय लोगों को निशाना बनाते हुए गोली मारनी शुरू कर दी। इस दौरान तीन लोगों की मौके पर ही मौत हो गई।
अधिकारियों के अनुसार घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इस पूरी घटना के बाद गुस्साई भीड़ भी बेकाबू हो गई और तीन चार पहिया वाहनों को आग के हवाले करने में देर नहीं की।
हालांकि जिन कारों को आग के हवाले किया गया है इसको लेकर ये पता नहीं चल सका है कि ये किसकी थी। अधिकारियों ने बताया कि ताजा हिंसा के बाद थौबल, इंफाल पूर्व, इम्फाल पश्चिम, काकचिंग और बिष्णुपुर जिलों में फिर से कर्फ्यू लगा दिया गया और स्थिति को नियंत्रण में करने की पूरी कोशिश की जा रही है।
उधर मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा कि पुलिस अपराधियों को पकडऩे के लिए काम कर रही है। उन्हें जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा और कानून के अनुसार सजा दी जाएगी। इस दौरान लोगों से खासकर लिलोंग के निवासियों से शांति बनाए रखने की अपील की। 3 मई बता दे कि 2023 को मणिपुर में जातीय हिंसा भडक़ने के बाद से अब तक 180 से ज्यादा लोग मारे गए हैं और कई सौ घायल हुए हैं।