जुबिली स्पेशल डेस्क
टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता बजरंग पुनिया और विश्व चैम्पियनशिप पदक विजेता विनेश फोगाट समेत देश के शीर्ष पहलवानों ने बुधवार को नेशनल फेडरेशन के अध्यक्ष बृजभूषण सिंह के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। इतना ही नहीं इन शीर्ष पहलवानों ने बुधवार को बृजभूषण सिंह पर ‘तानाशाही’ का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया है।
सभी पहलवानों ने उनके खिलाफ जंतर-मंतर पर विरोध-प्रदर्शन किया है। विनेश फोगाट ने रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया के अध्यक्ष पर जोरदार हमला बोला है और उन्होंने यहां तक महिला पहलवानों का यौन उत्पीडऩ करने का आरोप लगाया।
मीडिया से बातचीत करते हुए उन्होंने कोच को लेकर भी कहा कि वे यौन उत्पीडऩ करते हैं।। मैंने आवाज उठाई थी।बृजभूषण सिंह भी महिला पहलवानों का यौन उत्पीडऩ करते हैं।
पहलवानों का कहना था कि वे इस लड़ाई को अंत तक लड़ेंगे और बृजभूषण को पद से हटाने तक चुप नहीं बैठेंग। इस दौरान बजरंग पुनिया, साक्षी मलिक और विनेश फोगाट भी मौजूद थे। बजरंग पुनिया ने कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष को निशाने पर लेते हुए उनपर अपशब्दों का प्रयोग कर गाली देने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा- हम यहां खेलने आए हैं। वो विशेष रूप से खिलाड़ी और राज्य को टारगेट कर रहे है। विनेश फोगाट का कहना था कि घायल होने पर कोई जिम्मेदारी नहीं लेता है। नेशनल ना खेलने की बात करते हैं। विनेश ने रोते हुए कहा कि प्रेसिडेंट ने मुझे खोटा सिक्का बोला। फेडरेशन ने मुझे मेंटली टॉर्चर किया। मैं इसके बाद सुसाइड करने की सोच रही थी। अगर देखा जाये तो सभी पहलवानों ने साफ कर दिया है जब तक उनको हटाया नहीं जाता है तब तक वो चुप नहीं बैठेंगे।
विनेश ने अपने बयान में कहा, ”कोच महिला खिलाड़ियों को प्रताड़ित कर रहे हैं और फेडरेशन के चहेते कुछ कोच महिला कोचों के साथ भी बदसलूकी करते हैं। वे लड़कियों का यौन उत्पीड़न करते हैं। डब्ल्यूएफआई अध्यक्ष ने कई लड़कियों का यौन उत्पीड़न किया है।” विनेश फोगाट ने कहा है कि कुश्ती संघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण ने कई लड़कियों का यौन शोषण किया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा है कि पुरुष कोच भी लड़कियों और महिला कोच का यौन शोषण करते हैं।
पहलवानों की माने सभी यहां पर मौजूद होकर उनके खिलाफ धरना दे रहे हैं। वहीं बजरंग पुनिया ने कहा कि महासंघ द्वारा हमें मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है।
फेडरेशन द्वारा एक दिन पहले ही नियम बना लिए जाते हैं। सारी भूमिका प्रेसिडेंट निभा रहे है। प्रेसिडेंट हमसे गाली-गलौज करते हैं। प्लेयर्स को थप्पड़ मार दिया था। अब देखना होगा कि सरकार या फिर ओलम्पिक संघ इस पर क्या एक् शन लेता है।