जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। कानपुर के चौबेपुर में आठ पुलिसकर्मियों की हत्या के मास्टरमाइंड विकास दुबे को पुलिस ने कुछ दिन पहले ही मार गिराया था। विकास दुबे की मौत के बाद उसके गैंग का खात्मा भी हो गया था लेकिन उसके काले साम्राज्य को लेकर अभी कई सवाल है।
पुलिस ने इस पूरे प्रकरण विकास दुबे के बेहद खास और बिजनस पार्टनर व खजांची जय बाजपेई को हिरासत में लेकर कड़ी पूछताछ की थी लेकिन रविवार शाम को पुलिस ने उसे छोड़ दिया है। पुलिस की टीम जय बाजपेई को लेकर उसके घर तक छोडऩे आई।
पुलिस विकास दुबे से जुड़े लोगों से लगातार पूछताछ कर रही है लेकिन फिलहाल जय वाजपेयी को छोड़ दिया गया है। हालांकि इनकम टैक्स और ईडी जय की बेनामी सम्पत्तियों और ब्लैक मनी की जांच करेगी। बता दें कि इससे पहले जय बाजपेई का पासपोर्ट और शस्त्र लाइसेंस रद्द करने का आदेश दिया गया था।
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विकास दुबे की मौत के बाद से जय बाजपेई का नाम सबसे ऊपर आया था। इतना ही नहीं एनकाउंटर में मारे गए दुर्दांत अपराधी विकास दुबे और उसके करीबी जय बाजपेई को लेकर कई खुलासे भी सामने आ चुके है।
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इनकाउंटर में मारे गए अपराधी विकास दुबे के करीबी जय वाजपेयी के चारों तरफ शिकंजा कसता जा रहा है, पुलिस की जांच में पता चला है कि पिछले एक साल में विकास दुबे और जय वाजपेयी के बीच छह बैंक खातों के माध्यम से 75 करोड़ रुपये की लेनदेन हुई है। जानकारी मिली है कि पांच करोड़ रुपये आईपीएल के सट्टे में भी लगाए गए।
जय वाजपेयी पर मीडिया बात क्यूँ नहीं कर रही? उसे क्यूँ छोड़ा गया सरकार जवाब दे? जनता को इतना कमजोर समझ लिया है इस सरकार ने?
— Surya Pratap Singh IAS Rtd. (@suryapsingh_IAS) July 19, 2020