जुबिली स्पेशल डेस्क
अश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी तिथि को आज दशहरा का पर्व मनाया जा रहा है। आज पूरे देश में विजयदशमी बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है। इस दिन मां दुर्गा और भगवान राम का पूजन होता है। वहीं इसी दिन मां दुर्गा की विदाई होगी।
मां दुर्गा हाथी पर सवार होकर कैलाश पर्वत के लिए प्रस्थान करेंगी। वहीं विजयदशमी के दिन शस्त्र पूजन भी किया जाता है। ऐसी मान्यता है कि विजयदशमी के दिन शत्रुओं पर विजय प्राप्त करने के लिए इस दिन शस्त्र पूजा की जाती है। इसके आलावा शाम को पूरे भारत में रावण के पुतले का दहन किया जाता है।
दशहरा के दिन देवताओं को महिषासुर नाम के असुर के आतंक से मुक्ति मिली थी। दरअसल मां दुर्गा ने महिषासुर नाम के असुर का वध किया था और देवताओं को महिषासुर नाम के असुर के आतंक से मुक्ति दिलायी थी।
वहीं इसी दिन भगवान श्री राम ने रावण का वध कर माता सीता को रावन की कैद से छुड़ाया था। इसलिए इस पर्व को बुराई पर अच्छाई की विजय का प्रतीक माना जाता है। आज के दिन कोई भी नया काम शुभ माना जाता है।
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वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन मास की दशमी तिथि की शुरुआत 12 अक्टूबर सुबह 10 बजकर 58 मिनट से होगी और दशमी तिथि का समापन 13 अक्टूबर सुबह 9 बजकर 8 मिनट पर होगा।उदया तिथि के अनुसार, विजय दशमी का त्योहार शनिवार 12 अक्टूबर को मनाया जाएगा।
रावण दहन 2024 का शुभ मुहूर्त
- हिंदू मान्यताओं के अनुसार, रावण दहन प्रदोष काल में किया जाता है
- पंचांग के अनुसार, 12 अक्टबर को रावण दहन का शुभ मुहूर्त शाम 5 बजकर 53 मिनट से लेकर शाम 7 बजकर 27 मिनट तक रहेगा
दशहरा शस्त्र पूजा का शुभ मुहूर्त
- दशहरे के दिन शस्त्र पूजा करने के लिए शुभ मुहूर्त की शुरुआत दोपहर 2 बजकर 3 मिनट से लेकर 2 बजकर 49 मिनट तक रहेगा
- इसके हिसाब से इस साल पूजा करने के लिए 46 मिनट का समय मिलेगा.