सैय्यद मोहम्मद अब्बास
लखनऊ। इंडियन प्रीमियर लीग का पहला हफ्ता खत्म हो गया है। फटाफट क्रिकेट की इस जंग में चौको-छक्कों की बारिश देखने को मिल रही है।
हर दिन नये-नये रिकॉर्ड बन रहे हैं और फिर टूट भी रहे हैं। कोरोना काल के बाद एक बार फिर पूरा देश आईपीएल की खुमारी में डूब गया है।
दरअसल आईपीएल के सहारे भारत की टीम को खेलने का सपना कई क्रिकेटरों को पूरा होता है। चाहे वो सूर्य कुमार यादव या फिर रिषभ पंत।
सभी ने आईपीएल के सहारे भारतीय टीम में धमाकेदार इंट्री की है। इतना ही नहीं हर सीजन में एक नया सितारा पैदा होता है। इस बार भी एक नया स्टार भारतीय क्रिकेट में दस्तक देने को तैयार है। जी हां बात कर रहे यूपी के नये सितारे रिंकू सिंह की।
उनकी धमाकेदार बल्लेबाजी देखकर लोगों को युवराज सिंह का खेल याद आ गया है। यूपी के अलीगढ़ का ये बल्लेबाज इस वक्त प्रचंड फॉर्म में है। कोलकाता नाइट राइडर्स के बल्लेबाज रिंकू सिंह ने इंडियन प्रीमियर लीग में वो कारनामा कर दिखाया, जिसके बारे में किसी ने कभी कल्पना तक नहीं की होगी। दरअसल रिंकू सिंह ने गुजरात टाइटन्स के खिलाफ नरेंद्र मोदी स्टेडियम में रविवार (9 अप्रैल) को खेले गए मुकाबले में आखिरी ओवर में लगातार पांच छक्के लगाकर सभी को हतप्रभकर दिया है।
रिंकू सिंह ने कोलकाता नाइट राइडर्स को तीन विकेट से धमाकेदार जीत दिलाई। कोलकाता नाइट राइडर्स ने रिंकु सिंह (48 नाबाद) की तूफानी पारी के सहारे गुजरात टाइटन्स को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के उतार-चढ़ाव भरे मुकाबले में तीन विकेट से मात दी।
गुजरात टाइटन्स ने विजय शंकर (63 नाबाद) और साई सुदर्शन (53) के विस्फोटक अर्द्धशतकों की केकेआर के सामने 205 रन का बड़ा स्कोर बनाया। केकेआर ने 17 ओवर में 157 रन पर सात विकेट गंवा दिये थे, लेकिन रिंकु ने 21 गेंद पर छह छक्के और एक छक्के की मदद से ताबड़तोड़ 48 रन बनाकर अपनी टीम को जीत दिलाई।
रिंकू सिंह पर एक नजर
12 अक्टूबर 1997 को यूपी के अलीगढ़ में जन्मे रिंकू सिंह का क्रिकेट सफर काफी मुश्किलों भरा रहा है। रिंकू सिंह 5 भाई बहनों में तीसरे नंबर पर हैं। उनका परिवार बेहद गरीब है। दरअसल उनके पिता गैस सिलिंडर डिलीवरी का काम करते थे। इस वजह से उनके घर की आर्थिक स्थिति बेहद खराब थी।
हालांकि इसके बावजूद रिंकू सिंह ने हार नहीं मानी थी और जूझते हुए एक बेहद शानदार क्रिकेटर की तौर पर अपनी पहचान बनायी है।
रिंकू के जीवन को बदलने में तीन लोगों का बहुत बड़ा योगदान रहा। उनके सभी भाई उनका साथ देते थे। इसी बीच वह दो बार अंडर-16 ट्रायल के पहले राउंड में बाहर हो गए।
ऐसा इसलिए क्योंकि उन्हें प्रॉपर ट्रेनिंग नहीं मिल पा रही थी। ऐसे में अलीगढ़ के मोहम्मद ज़ीशान उनकी मदद के लिए आगे आए। इसके बाद रिंकू सिंह को शुरुआती दिनों में अलीगढ़ के ही मसूद अमीन से कोचिंग मिलने लगी।
https://twitter.com/IPL/status/1645065424542003200?s=20
ऐसे रहा है क्रिकेट का सफर
रिंकू ने 2014 में यूपी की ओर से लिस्ट-ए और टी20 क्रिकेट में अपने करियर की शुरुआत की थी। पंजाब के खिलाफ अपने प्रथम श्रेणी क्रिकेट में डेब्यू किया। अब तक 40 मैचों में 7 शतक और 19 अर्धशतक की मदद से 2875 रन बनाए हैं। उनका 59.89 का औसत भी बेहद शानदार रहा है।
रिंकू ने अबतक 50 लिस्ट-ए मैच खेले हैं, जहां उन्होंने 53 के एवरेज से 1749 रन बनाए। इस दौरान एक शतक और 16 अर्धशतक लगाये है।
वहीं अगर आईपीएल करियर की बात करे तो आईपीएल 2017 रिंकू को किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) ने 10 लाख रुपए में खरीदा था। साल 2018 के सीजन से रिंकू सिंह कोलकाता नाइट राइडर्स से जुड़े हुए हैं। आईपीएल 2022 की नीलामी में रिकू सिंह को केकेआर ने 55 लाख रुपए में खरीदा था।
The monumental finish of Rinku Singh.
5 consecutive sixes to win it for KKR. pic.twitter.com/RBzUurLKu2
— Mufaddal Vohra (@mufaddal_vohra) April 9, 2023
रिंकू सिंह की वो 21 गेंदें
- पहली गेंद- 0 रन
- दूसरी गेंद- 0 रन
- तीसरी गेंद- 1 रन
- चौथी गेंद- 1 रन
- पांचवीं गेंद- 0 रन
- छठी गेंद- 1 रन
- सातवीं गेंद- 1 रन
- आठवीं गेंद- 0 रन
- नौवीं गेंद- 1 रन
- दसवीं गेंद- 1 रन
- 11वीं गेंद- 1 रन
- 12वीं गेंद- 1 रन
- 13वीं गेंद- 0 रन
- 14वीं गेंद- 0 रन
- 15वीं गेंद -6 रन
- 16वीं गेंद – 4 रन
- 17 वीं गेंद- 6 रन
- 18 वीं गेंद- 6 रन
- 19 वीं गेंद- 6 रन
- 20 वीं गेंद- 6 रन
- 21 वीं गेंद- 6 रन