जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। बीते कुछ दिनों से भारतीय कुश्ती में घमासान मचा हुआ है। पहले बृज भूषण के खिलाफ खिलाडिय़ों का गुस्सा सातवें आसमान पर रहा और फिर बृज भूषण सिंह को हटाने के लिए कुश्ती के खिलाडिय़ों ने पूरा जोर लगा दिया।
इसके बाद क्या था बृज भूषण सिंह को जाना पड़ा लेकिन अब रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया का चुनाव संपन्न हो गया है लेकिन इसके बावजूद खिलाडिय़ों का गुस्सा कम होने का नाम नहीं ले रहा है।
दरअसल इसका बड़ा कारण बृज भूषण सिंह है। कुश्ती की दुनिया में आज 2 बड़े घटनाक्रम के याद किया जायेगा। रेसलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया को नया अध्यक्ष मिल गया है लेकिन खिलाड़ी खुश नहीं है क्योंकि पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी संजय सिंह नए अध्यक्ष बने हैं।
इस वजह से साक्षी मलिक ने कुश्ती से संन्सास लेने का ऐलान कर दिया है। उन्होंने रुंधे गले से कहा कि बृजभूषण शरण सिंह का बिजनेस पार्टनर और करीबी सहयोगी कुश्ती संघ काअध्यक्ष चुना जाता है, तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं।
बृजभूषण के वफादार और यूपी कुश्ती संघ के उपाध्यक्ष संजय को 40 वोट मिले, जबकि उनकी प्रतिद्वंद्वी अनीता श्योराण को 7 वोट मिले। इस तरह से देखा जाये साक्षी मलिका का यादगार करियर अब खत्म हो गया है।
कुश्ती के खिलाडिय़ों की मांग थी कि किसी महिला खिलाड़ी को इस कुर्सी पर बैठाया जाये लेकिन उनकी ये हसरत पूरी नहीं हो सकी। साक्षी ने रोते हुए प्रेस कॉन्प्रेंस में कहा, ‘लड़ाई पूरे दिन से लड़ी। अगर प्रेसिडेंट बृजभूषण जैसी ही रहेगा। उसका पार्टनर और सहयोगी रहेगा तो मैं अपनी कुश्ती को त्यागती हूं। मैं आपको कभी भी वहां नहीं दिखूंगी. मेरा सपोर्ट करने वाले सभी देशवासियों को धन्यवाद। ‘
साक्षी मलिक ने कहा, ‘हमने जो मांग की थी वो पूरी नहीं हुई. हमारी मांग थी महिला प्रेसिडेंट की. महिला प्रेसिडेंट होगी तो शोषण नहीं होगा। लेकिन ना पहले महिला की कोई भागीदारी थी।
आज आप पूरी लिस्ट उठाकर देख लीजिए महिलाओं को कोई स्थान नहीं दिया गया. बस यही कहना चाहूंगी कि ये जो लड़ाई है वो हमने तो पूरी हिम्मत करके लड़ी. ये लड़ाई जारी रहेगी, क्योंकि आने वाली जो जनरेशन है बेटे-बेटियां हैं उन्हें यह लड़ाई लडऩी पड़ेगी।’
साक्षी मलिक के करियर पर एक नज़र
- ओलंपिक 2016 – ब्रॉन्ज मेडल
- कॉमनवेल्थ गेम्स 2014 – सिल्वर मेडल
- कॉमनवेल्थ गेम्स 2018 – ब्रॉन्ज मेडल
- कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 – गोल्ड मेडल
- एशियन चैम्पियनशिप 2015 – ब्रॉन्ज मेडल
- एशियन चैम्पियनशिप 2017 – सिल्वर मेडल
- एशियन चैम्पियनशिप 2018 – ब्रॉन्ज मेडल
- एशियन चैम्पियनशिप 2019 – ब्रॉन्ज मेडल
- कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप 2013 – ब्रॉन्ज मेडल
- कॉमनवेल्थ चैम्पियनशिप 2017 – गोल्ड मेडल