जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सपा एक बार फिर पुरानी पहचान बनाने के लिए संघर्ष कर रही है। विधान सभा चुनाव में मिली हार के बावजूद समाजवादी पार्टी हार नहीं मानी है। इतना ही नहीं लोकसभा चुनाव की तैयारियों के लिए उसने अपनी पार्टी को मजबूत करना शुरू कर दिया है।
हालांकि इस बार सपा पहले से बेहतर लग रही है क्योंकि मुलायम के जाने के बाद उनका बिखरा हुआ कुनबा एक हो गया है। हालांकि पार्टी के कुछ नेता अपने बयानों की वजह से सपा को मुश्किल में डालने का काम जरूर कर रहे हैं। स्वामी प्रसाद मौर्य लगातार अपने बयानों की वजह से सपा को मुश्किल में डालते रहते हैं।
अगर देखा जाये तो हाल के दिनों स्वामी प्रसाद मौर्य की जुब़ान जब भी खुलती है तो विवादित बयान के लिए। उनका एक और ताजा बयान सुर्खियों में आ गया है और विवादित बयानों की लिस्ट में उनका एक और बयान लिस्ट में जुड़ गया है। अखिलेश यादव द्वारा नसीहत देने के बाद भी उनकी बयानबाजी थमने का नाम नहीं ले रही है। अब उनका ताज़ा बयान अखिलेश यादव की मुश्किले जरूर बढ़ा सकता है। उन्होंने कारसेवकों पर चलवाई गई गोलियों को सही ठहराया है।
स्वामी प्रसाद मौर्य ने अनुसार, ‘जिस समय अयोध्या में राम मंदिर पर घटना घटी थी. बिना किसी न्यायालय के आदेश और बिना किसी प्रशासनिक आदेश के बड़े पैमाने पर अराजक तत्वों ने तोड़फोड़ की थी। तब तत्कालिन सरकार ने संविधान की रक्षा के लिए, कानून की रक्षा के लिए और अमन चैन कायम रखने के लिए उस समय जो गोली चलवाई थी. वो सरकार का अपना कर्तव्य था। सरकार ने अपना कर्तव्य निभाया था और एसपी सिंह बघेल भी उस वक्त सपा में थे।
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अपने बयानों से लगातार सुर्खियों में रहने वाले स्वामी प्रसाद मौर्य को इससे पहले रामचरितमानस के खिलाफ बयान देने के बाद विवादों में आए स्वामी प्रसाद मौर्य पर काली स्याही फेंकी गई थी।’
इससे पहले सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा था कि भारत-पाकिस्तान का बंटवारा जिन्ना की वजह से नहीं बल्कि हिन्दू महासभा के कारण हुआ। इसके साथ ही स्वामी प्रसाद ने कहा कि हिन्दू राष्ट्र की मांग करने वाले लोग देश के दुश्मन है।