जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। गोरखपुर के एक होटल में कानपुर के प्रॉपर्टी डीलर की मौत का मामला लगातार सुर्खियों में है। इस मामले को लेकर परिजनों ने तहरीर दी है। इसके बाद तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
वहीं इस मामले में सूबे की योगी सरकार भी एक्शन में आ गई है। जहां एक ओर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 10 लाख रुपये का मुआवजा देने का बड़ा एलान किया है तो साथ में पूरे मामले की निष्पक्ष जांच का परिजनों को भरोसा दिलाया है। इस घटना पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गहरा दुख जताया है।
दूसरी ओर इस घटना को लेकर उनकी पत्नी का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस वीडियो में देखा जा सकता है कि मृतक की पत्नी मार्मिक अपील करती नजर आ रही है।
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वीडियो में देखा जा सकता है कि पत्नी मीनाक्षी गुप्ता हाथ जोडक़र रोते हुए अपने पति के लिए न्याय की गुहार लगा रही हैं। जानकारी के लिए बता दें कि मृतक के परिजन गोरखपुर पुलिस के रवैये से नाखुश हैं। उनका आरोप है कि बड़े अधिकारी उन पर शिकायत वापस लेने का दबाव बना रहे हैं। ट्विटर पर @Benarasiyaa नाम के अकाउंट से मीनाक्षी गुप्ता की मार्मिक अपील का एक वीडियो शेयर किया गया है।
https://twitter.com/Benarasiyaa/status/1443184779906600961?s=20
वहीं मृतक मनीष कुमार गुप्ता की पत्नी का बयान भी मीडिया में आया है। पोस्टमार्टम के बाद पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने मीडिया को बताया है कि पति की मौत के मामले में तीन पुलिसकर्मियों के खिलाफ नामजद एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
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इस दौरान उन्होंने मीडिया के सामने कहा कि जिन लोगों ने उनके पति को मारा है उनको कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। आखिर किस कानून के तहत पुलिस कमरे में चेकिंग के नाम पर आधी रात घुस गई और फिर पिटाई कर पति को मार डाला।
बताया जा रहा है कि निलंबित इंस्पेक्टर जगतनारायण सिंह, चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा और विजय यादव को नामजद किया गया है। इतना ही नहीं तीन अन्य को भी आरोपी बनाने की बात कही है।
क्या है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि कानपुर नगर के बर्रा थानाक्षेत्र के जनता नगर निवासी मनीष गुप्ता (36) गुरुग्राम हरियाणा से अपने दो दोस्तों गुरुग्राम के प्रदीप कुमार (32) और हरवीर सिंह (35) के साथ सोमवार को गोरखपुर पहुुंचे थे और कि अपने मित्र चंदन सैनी से बात करके तीनों ने यहां के रामगढ़ताल इलाके के तारामंडल स्थित होटल कृष्णा पैलेस में कमरा बुक कराया था।
आरोप है कि सोमवार रात 12:04 बजे रामगढ़ताल पुलिस होटल में आ धमकी। इस दौरान पुलिसकर्मी कमरे में आकर पहचान पत्र मांगे और काफी बहस करने लगे।
मनीष के साथ कमरे में ठहरे हरवीर सिंह व प्रदीप कुमार का आरोप है कि पुलिस ने छानबीन की बात कही और पहचान पत्र दिखाने की मांग की। हालांकि पहचान पत्र दिखाया
गया।
इसके बावजूद पुलिसकर्मी नहीं माने और कहा सामान की जांच करेंगे। सामान की जांच हुई तब रियल इस्टेट कारोबारी मनीष का हाथ पकड़ा और कहा कि पुलिस आई है।
पहचान पत्र व सामानों की जांच करा दे। इसके बावजूद पुलिस ने तीनों से मारपीट की और मनीष के दोस्तों को नीचे लेकर आए। कुछ देर बाद जब पुलिसवाले मनीष को नीचे लेकर आए, तो उनकी नाक और मुंह से खून बह रहा था। इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।