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यूपी के लखीमपुर में एक ग्राम विकास अधिकारी ने मंच पर हुए अपमान के बाद आत्महत्या कर ली। इस मामले में किसान यूनियन के नेता और दो ग्राम प्रधानो के नाम सामने आये है। घटना की जानकारी पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। साथ ही पुलिस को मृतक की जेब से सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। इस नोट में दो प्रधानों और किसान यूनियन के नेता द्वारा उत्पीड़न का जिक्र किया है।
मिली जानकारी के अनुसार, मऊ जिले के रहने वाले त्रिवेन्द्र कुमार लखीमपुर खीरी जिले की कुम्भी गांव में वीडीओ के पद पर तैनात थे। बीते कुछ दिन पहले यहाँ के अमीन नगर में एक किसान पंचायत के दौरान भारतीय किसान यूनियन लोकतांत्रिक संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राकेश कुमार सिंह और जिला अध्यक्ष श्यामू शुक्ला के नेतृत्व बैठक आयोजन किया गया था। इस बीच भारतीय किसान यूनियन के नेताओं ने त्रिवेंद्र कुमार को मंच पर बुलाकर उनका अपमान किया।
अपमान से आहत त्रिवेंद्र कुमार ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से गुस्साए ग्राम विकास अधिकारियों ने कलम बंद हड़ताल की घोषणा कर दी। साथ ही मृतक को न्याय दिलाने की मांग की है। इस मामले को लेकर ग्राम विकास अधिकारी संघ लखीमपुर खीरी के जिलाध्यक्ष विजय शर्मा ने बताया कि इस घटना के बाद से त्रिवेन्द्र डिप्रेशन में था।
इसके अलावा उन्होंने बताया कि किसान यूनियन के कुछ लोग उन्हें जातिसूचक गालियां भी देते थे और काफी परेशान कर रहे थे। त्रिवेन्द्र के साथ हुए लगातार इस तरह के बर्ताव से सभी अधिकारियों के आहत है। इसलिए सभी के लिए ऐसी दशा में काम करना संभव नहीं है और हम सब कलमबंद हड़ताल करेंगे।