जुबिली न्यूज डेस्क
पश्चिम बंगाल में इस वर्ष विधानसभा चुनाव होने हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी तीसरी बार बंगाल का चुनावी संग्राम जीतने के लिए पूरी कोशिश कर रही हैं। वहीं दूसरी ओर बीजेपी मजबूत विपक्ष बन उनके सामने खड़ा हो गया है। बीजेपी के बड़े नेता लगातार राज्य का दौरा कर रहे हैं और ममता सरकार पर हमलावर है।
बीजेपी नेताओं की माने तो ममता बनर्जी और उनकी सरकार से जनता नाराज है। वहीं कांग्रेस और लेफ्ट ने अपने हथियार पहले ही डाल दिए है जिसके वजह से बीजेपी के पास इस बार मौका है वो पश्चिम बंगाल की सत्ता का पा सकती है।
इसके लिए बीजेपी हर संभव प्रयास भी कर रही है। चाहे टीएमसी के नेताओं को बीजेपी शामिल करना हो या फिर अन्य राज्यों के अच्छे कामों को बताने की बीजेपी हर मोर्चे पर आगे चल रही है। बीजेपी पश्चिम बंगाल में जनता का दिल जीतने के लिए पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी के शिक्षा मॉडल का भी काफी इस्तेमाल कर रही है।
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भारतीय जनता पार्टी ने बंगाल चुनाव से पहले ही वाराणसी के शिक्षा मॉडल को प्रचारित करना शुरू कर दिया है। दरअसल, बेसिक शिक्षा के बुनियादे ढांचे के बदलाव और ऑनलाइन एजुकेशन के जरिए आसान और सरल बना बनारस का शिक्षा मॉडल काफी चर्चा में है। लोग इसकी काफी सराहना भी कर रहे हैं। माना जा रहा है कि पार्टी के चुनाव से पलहे अपने चुनावी घोषणापत्र में शिक्षा के बनारसी मॉडल को जगह देंगे।
आपको याद होगा कि कोरोना काल में जहां सभी जिलों में स्कूल बंद थे, वहीं पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में बच्चों को सरकारी स्कूल से जोड़े रखने के लिए एक अनूठी पहल की गई थी। खुद सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर डीएम वाराणसी की ओर से ये पहल की गई थी।
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इसमे मेरा घर, मेरा विदयालय और कायाकल्प योजना शामिल थी। मेरा घर, मेरा विदयालय योजना के तहत स्कूल खुद बच्चों के घर पहुंचा और कोरोना काल में भी बच्चों की शिक्षा बदस्तूर जारी रही। वहीं कायाकल्प योजना के तहत स्कूलों का सुंदरीकरण, स्मार्ट क्लास, मॉडल स्कूल, दीक्षा एप जैसे कई अहम बदलाव शामिल रहे।
खुद सीएम योगी आदित्यनाथ ने इसकी तारीफ करते हुए पूरे सूबे में बनारस के शिक्षा मॉडल को लागू किया था। मेरा घर, मेरा विदयालय स्कूल के तहत जिले के कई इलाकों में अब भी स्कूल जारी हैं। शिक्षिका रीता यादव बताती हैं कि कैसे हम सभी वाराणसी के शिक्षकों ने कोरोना काल में हमने एक छोटी सी शुरुआत की थी। रीता कहती हैं कि शुरुआती थोड़ी मुश्किल थी लेकिन परिणाम आज हमे गर्व से भर देते हैं।
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यूपी ही नहीं पूरे देश में इस मॉडल की सराहना होने के बाद अब भाजपा इसे अपने एजेंडे में शामिल करेगी। इसकी जानकारी काशी क्षेत्र के अध्यक्ष महेशचंद्र श्रीवास्तव ने दी।
महेशचंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि पीएम मोदी के नेतृत्व में बनारस के शिक्षा मॉडल से आए बदलाव को पश्चिम बंगाल चुनाव समेत पूरे देश में प्रचारित किया जाएगा। बनारस मॉडल के तहत कोरोना काल में जहां घर पर टीचर पहुंच रहे हैं, वहीं अपने वेतन का कुछ अंश लगाकर टीचर्स ने स्कूल को संवारने की कवायद की। इसके लिए संभ्रांत लोग, सामाजिक संस्थाओं, अधिकारियों की भी मदद ली गई।
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पिछले दिनो राज्य स्तरीय गुणवत्ता संवर्धन कार्यशाला में कैबिनेट मंत्री अनिल राजभर ने जहां इसकी तारीफ की थी तो अब बंगाल चुनाव में भी शिक्षा के इस बनारस मॉडल की चर्चा आने वाले वक्त में होगी।