जुबिली न्यूज़ डेस्क
उत्तराखंड के चमौली जिले में बीते दिन ग्लेशियर फटने से भारी तबाही हुई है। इस तबाही में अब तक 15 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि करीब 150 से अधिक लोग लापता बताये जा रहे हैं। ग्लेशियर फटने से उत्तराखंड में कई प्रोजेक्ट तबाह हो गये जबकि टनल भी पूरी तरह से बंद हो गई।
इस टनल में 30 से अधिक लोगों के फंसे होने के आशंका जताई जा रही है। फ़िलहाल टनल को खोलने के लिए राहत और बचाव कार्य चल रहा है। उत्तराखंड में आई तबाही को देखते हुए उत्तरप्रदेश और बिहार एमिन गंगा किनारे सभी जिलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है।
उत्तराखंड में हुई इस तबाही से प्रभावित नदियों का जलस्तर बढ़ गया है। इससे निचले स्तर के गांवों में कोई समस्या नहीं है। इस विपदा के बाद देश के प्रधानमंत्री ने मृतकों के परिजनों को पीएमएनआरएफ से दो दो लाख रूपये और घायलों को 50 -50 हजार रूपये देने की घोषणा की है। जबकि सीएम त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने मृतकों के परिजनों को 4-4 लाख रूपये मुआवजा देने की बात कही है।
वहीं इस मामलें में पुलिस ने ट्वीट कर कहा कि, टनल में फंसे लोगों को बचाने के लिए राहत एवं बचाव कार्य लगातार जारी है। इसके लिए जेसीबी और पोकलैंड मशीन की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ते को खोलने का प्रयास लगातार किया जा रहा है अब तक 15 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किए गए हैं। आईटीबीपी, एनडीआरएफ और वायु सेना बचाव कार्य में लगी हुई है।
टनल में फंसे लोगों के लिए राहत एवं बचाव कार्य जारी। जेसीबी की मदद से टनल के अंदर पहुंच कर रास्ता खोलने का प्रयास किया जा रहा है।
अब तक कुल 15 व्यक्तियों को रेस्क्यू किया गया है एवं 14 शव अलग-अलग स्थानों से बरामद किये गये हैं।#tapovanrescue #Chamoli #Uttarakhand_Disaster pic.twitter.com/szSaxJfEy7— chamoli police (@chamolipolice) February 8, 2021
उत्तराखंड के चमोली जिले में तपोवन बांध की टनल पर एसडीआरएफ की टीम ने एक बार फिर से राहत और बचाव कार्य में तेजी कर दी है। आईटीबीपी के प्रवक्ता विवेक पांडे ने बताया कि, हमारी टीम ने दूसरी टनल में राहत और बचाव कार्य तेज कर दिया है।
#Uttarakhand: SDRF members wait for the level of the Mandakini river to lower, to commence rescue operations for the people who’re stranded in the tunnel near the Tapovan Dam in Chamoli pic.twitter.com/d5yJs8zoZ5
— ANI (@ANI) February 8, 2021
उन्होंने कहा की, ऐसी जानकारी मिली है कि लगभग 30 लोग वहां फंसे हुए हैं। टनल को साफ करने के लिए लगभग 300 आईटीबीपी के जवान लगाए गए हैं। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि लगभग 170 लोग लापता हैं।