जुबिली स्पेशल डेस्क
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में दिवाली के दिन बड़ा हादसा हुआ । दरअसल यहां पर ऑल वेदर के तहत निर्माणाधीन टनल एक हिस्सा अचानक से गिर गया।
इसके बाद वहां पर फंसे 40 मजदूर की जिदंगी खतरे में पड़ गई। स्थानीय मीडिया के अनुसार सुरंंग में 40 मजदूर के फंसे होने की बात सामने आ रही है।उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारा-बडक़ोट सुरंग के अंदर फंसे 40 मजदूरों को बचाने की कोशिशें जारी हैं।
उत्तरकाशी की सिलक्यारा सुरंग के अंदर मजदूरों को फंसे हुए 8 दिन का वक्त गुजर गया है और अब तक उनको बाहर नहीं निकाला जा सकता है। प्रशासन लगाातर कोशिश कर रहा है लेकिन वो अभी तक कामयाब नहीं हो सका है।
अब मशीनों के साथ-साथ प्रार्थनाओं का भी सहारा लिया जा रहा है. एक तरफ ड्रिलिंग मशीनें रोज मजदूरों के लिए मेहनत करती नजर आती है तो दूसरी तरफ लोग भगवान से पूजा-पाठ कर उनको बाहर आने की प्रार्थना कर रहे हैं। रेस्क्यू के दौरान सुरंग में कंपन और मलबा गिरने के खतरे पर ऑगर मशीन से ड्रिलिंग बंद कर दी गई है. अब सुरंग के ऊपर और साइड से ड्रिलिंग की तैयारी है।
ये हादसा पिछले रविवार को हुआ जब उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में ब्रह्मखाल-यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर सिलक्यारा से डंडालगांव के बीच निर्माणाधीन सुरंग का एक हिस्सा अचानक से गिर गया।
इसके बाद वहां पर हडंकंप मच गया और 36 उसके अंदर ही रह गए और उनकी जिंदगी खतरे में पड़ गई। आनन-फानन में उनको बचाने के लिए बड़े लेवल पर रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
मौके पर रेस्क्यू ऑपरेशन में पुलिस, राष्ट्रीय आपदा मोचन बल , राज्य आपदा प्रतिवादन बल,अग्निशमन, आपातकालीन 108 की टीमें मौजूद है और इन मजदूरों को बचाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
मौके से मलबा हटाने का काम भी तेज हो गया है। सुरंग का निर्माण करा रही संस्था राष्ट्रीय राजमार्ग एवं अवसंरचना विकास निगम लिमिटेड के कर्मचारी भी वहां पर मौजूद है और हर संभव मदद दे रहे हैं।
ये लोग किसी तरह से मलबा हटाने और फिर से सुरंग को खोलने के लिए काम कर रहे हैें। टनल से मलबा हटाने के लिए खुदाई करने वाली कई मशीनों का सहारा लिया जा रहा है। हालांकि ये आसान नहीं है क्योंकि रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटे लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
बताया जा रहा है कि हादसा सिलक्यारा की तरफ सुबह छह-सात बजे के बीच हुआ और फिर हडक़ंप मच गया। जानकारी मिली कि सुरंग के अंदर 36 श्रमिक फंसे हुए हैं।