जुबिली स्पेशल डेस्क
उत्तराखंड के उत्तरकाशी में दिवाली के दिन बड़ा हादसा हुआ । दरअसल यहां पर ऑल वेदर के तहत निर्माणाधीन टनल एक हिस्सा अचानक से गिर गया।
इसके बाद वहां पर फंसे 40 मजदूर की जिदंगी खतरे में पड़ गई। स्थानीय मीडिया के अनुसार सुरंंग में 40 मजदूर के फंसे होने की बात सामने आ रही है।उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सिल्क्यारा-बडक़ोट सुरंग के अंदर फंसे 40 मजदूरों को बचाने की कोशिशें जारी हैं।
अब उनका एक वीडियो सामने आया है जिसमें वो जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। उसमें देखा जा सकता है कि सारे मजदूर एकसाथ खड़े हुए हैं। रेस्क्यू टीम ने कहा कि हम आपको यहां से देख सकते हैं। इसके साथ ही उन्हें मैसेज दिया गया कि वो कैमरे में लगे माइक के पास जाकर बात करें। इसके साथ ही राहत की बात ये है कि सभी मजदूर सुरक्षित दिखाई दे रहे हैं।
VIDEO | First visuals of workers stuck inside the collapsed Silkyara tunnel in #Uttarkashi, Uttarakhand.
Rescuers on Monday pushed a six-inch-wide pipeline through the rubble of the collapsed tunnel allowing supply of larger quantities of food and live visuals of the 41 workers… pic.twitter.com/mAFYO1oZwv
— Press Trust of India (@PTI_News) November 21, 2023
बचाव दल अब फंसे हुए मजदूरों को बाहर निकालने में मदद करने के लिए सुरंग के अंदर 900 मिमी पाइप लगाकर रास्ता बनाने की कोशिश कर रहे हैं।
सुरंग के अंदर फसें 40 में से 2 मजदूरों की आज तबीयत भी खराब हो गई, जिसमें एक को उल्टी और चक्कर आया और एक को सरदर्द की शिकायत के बाद प्रशासन ने कंप्रेसर के जरिए दवा उपलबध कराई। इस बीच 40 मजदूरों को बचाने के लिए करीब 200 लोगों की टीम पसीना बहा रही है।
मजदूर सुरंग के एंट्री प्वॉइंट से करीब 200 मीटर अंदर फंसे हैं।बताया जा रहा है कि जहां पर मजदूर फंसे है, वहां पर काफी ज्यादा मलबा है, इस वजह से रेस्क्यू टीम को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं टनल का एक हिस्सा काफी कमजोर है, इस वजह से खतरा ज्यादा है, वहीं जैसे ही मजदूरों को निकालने के लिए मलबा निकालने की कोशिश होती है, मलबा फिर से टनल में गिर जाता हैं।
अब इस 50 मीटर से भी ज्यादा लंबे मलबे के बीच 800 मिलीमीटर चौड़े स्टील पाइप डाले जा रहे हैं. कोशिश है कि मलबे के आर-पार स्टील पाइप डालकर अंदर से एक-एक करके मजदूरों को निकाला जा सके ।मजदूरों को पाइप के जरिए ऑक्सीजन, पानी, खाना, दवाई भेजी जा रही है।