न्यूज डेस्क
उत्तराखंड में बाढ़ और भूस्खलन के कारण भारी नुकसान हुआ है। राज्य के अलग-अलग जगहों में बादल फटने के बाद कोहराम मचा हुआ है तो कई जगह भूस्खलन से पहाड़ टूट कर सड़कों पर गिर रहे हैं। उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र में रविवार को बादल फट गया था। इस हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई है।
आपदा प्रबंधन के सचिव एस ए मुरुगेसन ने बताया कि उत्तरकाशी के मोरी तहसील में बादल फटने से 17 लोगों की मौत हो गई है। पिछले 24 घंटे में 20 लोग की मौत हो गई है। उन्होंने बताया कि राहत और बचाव कार्य जारी है।
Uttarkashi: Finance Secretary Amit Negi, Inspector General (IG) Sanjay Gunjyal, & Uttarkashi District Magistrate (DM) Ashish Chauhan takes stock of the situation in Arakot following cloud-burst in the region. #Uttarakhand pic.twitter.com/NilMR13Fpv
— ANI (@ANI) August 19, 2019
इससे पहले सोमवार को वित्त सचिव अमित नेगी, महानिरीक्षक (आईजी) संजय गुंज्याल और उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) आशीष चौहान ने अरकोट में हालात का जायजा लिया।
इससे पहले उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र में रविवार को भारी बारिश हुई और इसके बाद बादल फट गया। इस हादसे में ग्रामीणों के मलबे में दबे होने की सूचना मिली। इस पर एसडीआरएफ की टीम बड़कोट से रवाना हुई। सुदूरवर्ती क्षेत्र मोरी के गांव माकुड़ी, टिकोची और आराकोट भारी बारिश से सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
माकुड़ी में लोगों के मलबे में दबे होने की खबर है। एसडीआरएफ की टीम बड़कोट से प्रभावित इलाके आराकोट में पहुंच चुकी है। रेस्क्यू टीम के मोरी तक पहुंचने की सूचना है। रास्ता ज्यादा टूटे होने से टीम को प्रभावित गांव में पहुंचने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। मोरी में रेस्क्यू के लिए दो हेलिकॉप्टर भी लगाए गए हैं।