जुबिली स्पेशल डेस्क
बीते कुछ महीनों से कांग्रेस में रार देखने को मिल रही है। पंजाब से लेकर राजस्थान में भले ही उसकी सरकार हो लेकिन वहां के नेताओं ने अपनी पार्टी के खिलाफ कई मौकों पर मोर्चा खोला है। बेहद मुश्किल दौर से कांग्रेस गुजर रही है।
कई जगह पर उसे वनवास काटना पड़ रहा है जबकि आने वाले समय में कई जगहों पर विधान सभा चुनाव होना है। ऐसे में उसकी कोशिश है कि वो चुनावी दंगल में दम-खम के साथ मैदान में उतरे लेकिन वहां के नेताओं ने कांग्रेस के लिए मुश्किलें जरूर पैदा की है।
पंजाब और राजस्थान के बाद उत्तराखंड कांग्रेस में भी अब खुलकर कलह देखने को मिल रही है। दरअसल कांग्रेस नेता और पूर्व सीएम हरीश रावत इस समय अपनी पार्टी से नाराज चल रहे हैं ।
खबरे तो यहां तक आ रही है कि पूर्व सीएम हरीश रावत आने वाले समय में कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। उन्होंने एक ट्वीट कर कांग्रेस में एकाएक हलचल पैदा कर दी है।
उत्तराखंड चुनाव से ठीक पहले हरीश रावत ने जो ट्वीट किया है वो कांग्रेस को परेशान करने के लिए काफी होगा। हरीश रावत ने कहा है कि ‘है न अजीब सी बात, चुनाव रूपी समुद्र को तैरना है।
सहयोग के लिए संगठन का ढांचा अधिकांश स्थानों पर सहयोग का हाथ आगे बढ़ाने की बजाय या तो मुंह फेर करके खड़ा हो जा रहा है या नकारात्मक भूमिका निभा रहा है।’एक और ट्वीट में रावत ने लिखा, ‘सत्ता ने वहां कई मगरमच्छ छोड़ रखे हैं। जिनके आदेश पर तैरना है, उनके नुमाइंदे मेरे हाथ-पांव बांध रहे हैं।
मन में बहुत बार विचार आ रहा है कि हरीश_रावत अब बहुत हो गया, बहुत तैर लिये, अब विश्राम का समय है।’ हरीश रावत ने लिखा, ‘चुपके से मन के एक कोने से आवाज उठ रही है न दैन्यं न पलायनम्”। बड़ी उपापोह की स्थिति में हूं। नया वर्ष शायद रास्ता दिखा दे। मुझे विश्वास है कि भगवान केदारनाथ जी इस स्थिति में मेरा मार्गदर्शन करेंगे। इस ट्वीट से यह भी लग रहा है कि आने वाले समय में वो राजनीति से संन्यास लेने का एलान भी कर सकते हैं।