जुबिली न्यूज़ ब्यूरो
नई दिल्ली. उत्तराखंड को फिर नया मुख्यमंत्री मिल सकता है. तीन दिन के दिल्ली प्रवास के बाद मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत देहरादून लौट आये हैं. संभवत: वह कल राज्यपाल से मुलाक़ात करेंगे. बहुत संभव है कि वह राज्यपाल को अपना इस्तीफ़ा भी सौंप दें.
दरअसल उत्तराखंड में संवैधानिक संकट पैदा हो गया है. किसी भी व्यक्ति को मुख्यमंत्री बने रहने के लिए छह महीने के भीतर विधानसभा या विधान परिषद का सदस्य होना चाहिए. उत्तराखंड विधानसभा के चुनाव को साल भर से कम रह गया है. नियम यह भी है कि जब साल भर से कम समय बाद चुनाव होना हो तो उपचुनाव नहीं कराया जा सकता. ऐसे में तीरथ सिंह रावत का मुख्यमंत्री बने रह पाना संभव नहीं है.
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उत्तराखंड की मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कल दिल्ली में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाक़ात की थी. कहा जा रहा है कि रावत नड्डा को इस्तीफ़ा सौंपने ही गए थे. रावत ने आज देहरादून में पत्रकारों से भी कहा कि मेरे चुनाव लड़ने या न लड़ने का मुद्दा चुनाव आयोग तय करेगा. बीजेपी ने मुझे सांसद बनाया, मुख्यमंत्री बनाया. आगे भी पार्टी जो कहेगी वह करुंगा.