न्यूज़ डेस्क
‘जय श्री राम’ को लेकर झारखण्ड और पश्चिम बंगाल में हुए विवाद के बाद अब यूपी के उन्नाव में भी इससे जुड़ा एक मामला सामने आया है। जामा मस्जिद के मौलाना नईम मिस्बाही का आरोप है कि कुछ लोगों ने क्रिकेट खेल रहे छात्रों को ‘जय श्रीराम’ बोलने के लिए कहा। मौलाना ने कहा कि ‘जय श्रीराम’ न बोलने पर उपद्रवियों ने पहले छात्रों के साथ बदसलूकी की और उसके बाद उसकी पिटाई कर दी।
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मरदसे के बाहर कुछ बच्चे खेल रहे थे, जिसके बाद वहां कुछ लोगों ने पहुंच कर पहले बच्चो से जय श्री राम बोलने को कहा, उसके बाद उन्होंने बच्चों को मारपीट की। साथ ही बच्चों पर पथराव किया गया। उपद्रवियों की फेसबुक प्रोफाइल की जांच करने पर पता चला कि ये बजरंग दल से जुड़े हुए है।
Naeem Misbahi, Maulana Jama Masjid Unnao: Children were beaten by some boys while they were playing cricket after they refused to chant ‘Jai Shri Ram’. They also pelted stones at children.On checking Facebook profile of the boys,we got to know that they’ve links with Bajrang Dal pic.twitter.com/oPxOJ3UCIW
— ANI UP (@ANINewsUP) July 12, 2019
वहीं, इस मामले में उन्नाव शहर के क्षेत्राधिकारी उमेश चंद्र त्यागी का कहना है कि गवर्नमेंट इंटर कॉलेज में क्रिकेट ग्राउंड पर दो समूहों के बीच झड़प हुई। इस दौरान जामा मस्जिद मदरसे के तीन बच्चे घायल हो गए। घटना का मामला दर्ज कर लिया गया है साथ ही जांच की जा रही है।
बढ़ रहे अपराध
इससे पहले जय श्री राम नहीं बोलने पर असम में मुस्लिम युवकों की पिटाई का मामला सामने आया था। यहां के बारपेटा जिले में चार उपद्रवियों ने तीन मुस्लिम युवकों की पिटाई कर दी और उन्हें जय श्री राम बोलने के लिए मजबूर किया। बता दें कि इससे पहले 6 जुलाई को इसी क्षेत्र में कुछ मुस्लिम युवकों को जय श्री राम बोलने के लिए मजबूर करने पर एक युवक को गिरफ्तार किया गया था।
पुलिस के मुताबिक यह घटना फखरुद्दीन अली अहमद मेडिकल कॉलेज के पास स्थित ज्योति गांव इलाके की है। शुक्रवार तड़के यहां पर चार बाइक सवार उपद्रवी एक मेडिकल स्टोर पर पहुंचे और उसके एक कर्मचारी रकीबुल हक की पिटाई कर दी।
पहले भी हुई घटनाएं
कुछ दिन पहले झारखंड के जमशेदपुर में एक 24 साल के युवक की चोरी के शक में भीड़ ने पीट पीट कर अधमरा कर दिया था और उससे जबरन जय श्री राम और जय हनुमान भी बुलवाया गया था। उस युवक की इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। इस मामले को पीएम नरेंद्र मोदी ने भी संज्ञान लिया था।