जुबिली न्यूज़ डेस्क
उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में बीते दिन कुछ ऐसा हुआ जिससे लोगों के होश उड़ गये। यहां असोहा के खेत में तीन दलित नाबालिग लड़कियां संदिग्ध हालत में पाई गई। इसमें दो लड़कियों की मौत हो गई, जबकि एक को इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
इसे कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। वहीं इस घटना पर विपक्ष ने जमकर रोष जताया है। साथ ही लड़की को दिल्ली एयरलिफ्ट करने की मांग की है।
इस घटना पर डीजीपी ने सख्त निर्देश दिए हैं उनके निर्देश के बाद लखनऊ जोन के एडीजी एसएन साबत और आईजी लखनऊ लक्ष्मी सिंह भी मौके पहुंच गई हैं। मामला दलित लड़कियों का होने के कारण इसकी संवेदनशीलता बढ़ गई है। आज से शुरू हो रहे सत्र को देखते हुए इस मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।
इस घटना को लेकर पुलिस का शक गैरों के साथ ही किशोरियों के अपनों पर भी है। देर रात पहुंची आईजी लक्ष्मी सिंह ने घटनास्थल का मुआयना करने के बाद मृतको के परिजनों से बात की। इस दौरान उन्होंने काजल के पिता सूरजपाल को एक युवक का नाम लेते हुए ये कहते हुए कि ‘तुम्हें यह नहीं करना चाहिए था’ सुन लिया। इसके बाद आईजी उन्हें किनारे ले गईं और उनसे घटना की जानकारी ली।
वहीं, घायल लड़की को बेहतर इलाज के लिए विपक्षी दलों से सरकार से दिल्ली एयरलिफ्ट करने की बात कही है। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद ने ट्वीट करके कहा कि ‘उन्नाव मामले की एकमात्र गवाह बच्ची का बेहतर इलाज व उसकी सुरक्षा बेहद जरूरी है, उसे तत्काल एयर एंबुलेंस से एम्स दिल्ली ले जाया जाए। साथ ही उन्होंने यूपी सरकार पर आरोप लगाया कि अपराधियों को संरक्षण व अपराधियों के मामले में सरकार की कार्यशैली को देश हाथरस कांड में देख चुका है।’
इसके अलावा समाजवादी पार्टी ने ट्वीट कर कहा कि, ‘बेटियों के लिए काल बन चुके भाजपा शासित यूपी में सत्ता संरक्षित नृशंस अत्याचार की एक और विचलित कर देने वाली घटना का केंद्र उन्नाव बना है! जंगल में पेड़ से बांध कर दो दलित लड़कियों की हत्या, एक अति गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती, अत्यन्त दुखद! दरिंदों को कठोरतम सजा दिलाकर न्याय होना चाहिए। ‘
कांग्रेस नेता उदित राज ने लिखा कि, ‘उन्नाव में दो दलित बच्चियां मृत पाई गई है, तीसरी गंभीर रूप से घायल हैं, उसे तुरंत एयरलिफ्ट करके एम्स, दिल्ली में इलाज के लिए भेजा जाए।
क्या है मामला
बता दें कि असोहा थाना क्षेत्र के बबुरहा गांव में तीन लड़कियां खेत में बेहोशी के हालात में पाई गई थी। उनके मुह से झाग निकल रहा था। डॉक्टर के द्वारा प्रथम दृष्ट्या प्वाइजन सिम्पटम्स बताए गए हैं।तीन में दो की मौत हो चुकी है, जबकि एक की हालत गंभीर है। उसे कानपुर के रीजेंसी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। जहां उसकी हालत गंभीर बनी हुई है।
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उधर, लड़की की मां का कहना है कि तीनो लड़कियों के हाथ-पांव नहीं बंधे हुए थे और कपड़े भी ठीक थे। हां, उनके मुंह से झाग निकल रहा था। उन्हें सीधा खेत से उना हॉस्पिटल लाया गया, जहां दो को मृत घोषित कर दिया गया।