पॉलिटिकल डेस्क
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सियासत के दो चेहरे एक बार फिर आमने-सामने हैं। अखिलेश यादव और शिवपाल यादव के रिश्ते इतने खराब हो चुके हैं कि दोनों एक दूसरे का चेहरा नहीं देखना चाहते हैं।
आलम तो यह है कि शिवपाल के लिए मुलायम सबकुछ है लेकिन भतीजे का नाम सुनते ही चाचा खफा हो जाते हैं। उन्होंने कल मुलायम की जीत के लिए सैफई में कार्यकार्ता सम्मेलन किया था लेकिन इस दौरान उनकी रडार पर एक बार फिर भतीजा रहा और उन्होंने सपा-बसपा के गठबंधन को लेकर बड़ा बयान देते हुए कहा कि जो लोग कभी चुनाव नहीं जीत सके वो आज सपा को चला रहे हैं।
उन्होंने रामगोपाल यादव को लेकर भी तंज कसते हुए कहा कि जो लोग कभी चुनाव नहीं जीत सके हैं वो लोग आज सपा को चला रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाई-भाई एक है लेकिन जो ज्यादा चतुर है वो एकसाथ नहीं है। मुलायम की जीत के लिए उन्होंने पूरा जोर लगा दिया है। सपा-बसपा के गठबंधन को भी शिवपाल ने आड़े हाथों लिया। सबसे रोचक बात यह है कि अखिलेश को लेकर शिवपाल यादव भले ही मुंह फेर लेते हैं लेकिन अपने भाई के लिए वो प्रचार भी कर रहे हैं।