जुबिली न्यूज़ डेस्क
लखनऊ. उत्तर प्रदेश की जेलों को अत्याधुनिक संचार प्रणाली से लैस करने और उन्हें पहले से अधिक सुरक्षित बनाने की तैयारियों पर काम शुरू हो गया है. पहले चरण में सूबे की पांच जेलों को अत्याधुनिक बनाया जाएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आदेश दिया है कि राज्य की जेलों की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए अत्याधुनिक संचार प्रणाली का इस्तेमाल किया जाए. मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद अधिकारियों ने इस दिशा में काम शुरू कर दिया है. पहले चरण में राजधानी लखनऊ के अलावा बरेली, चित्रकूट, गौतमबुद्ध नगर और आजमगढ़ की जेलों की व्यवस्था सुधारी जायेगी. इन कारागारों को उच्च सुरक्षा कारागार के रूप में विकसित किया जाएगा.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेश के बाद जेलों को अत्याधुनिक बनाने की दिशा में काम करने की जो तैयारी हुई है उसमें चप्पे-चप्पे पर नज़र रखने के लिए जेलों को सीसीटीवी कैमरों से लैस किया जाएगा. नाइट विज़न बाइनाकुलर खरीदे जायेंगे. ह्युमन बॉडी स्कैनर लगाया जाएगा. सुरक्षा जांच के मद्देनज़र ड्यूल स्कैनर बैगेज, ड्रोन कैमरा, उच्च क्षमता के हैण्ड हेल्ड मेटल डिटेक्टर और हैवी ड्यूटी स्टेब्लाइज़र लगाए जायेंगे. इसके साथ ही मुलाक़ात घर को भी अत्याधुनिक संचार प्रणाली से लैस किया जाएगा.
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मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया है कि जेलों को कम्प्यूट्रीकृत किया जाए. वहां वाशिंग मशीनें लगाईं जाएँ. जेलों के किचन की स्थितियां सुधारी जाएँ तथा वहां सफाई व्यवस्था का कड़ाई से पालन किया जाए. अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने बताया कि मुख्यमंत्री के आदेशों का पालन प्राथमिकता से कराया जा रहा है. है उन्होंने बताया कि बहुत जल्दी प्रदेश की सभी जेलों को न्यायालयों से वीडियो कांफ्रेंसिंग इकाइयों के ज़रिये जोड़ा जाएगा. यह काम पूरे प्रदेश में किया जाएगा.