न्यूज़ डेस्क
भारत में कोरोना धीरे – धीरे अपना पैर पसारता जा रहा है। ताजा आंकड़ो के हिसाब से अभी तक देश में 508 लोग इस वायरस को चपेट में आ चुके है। जबकि 10 लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित महाराष्ट्र और केरल है। महाराष्ट्र में अब तक 101 और केरल में 95 केस सामने आए हैं। अकेले 24 घंटे में 100 से अधिक नए मरीज सामने आए हैं और 5 मौतें हुई हैं।
दिल्ली, राजस्थान, बिहार, पंजाब, उत्तराखंड, छत्तीसगढ़, झारखंड, जम्मू-कश्मीर, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, नागालैंड, अरुणाचल प्रदेश समेत 30 जिले कोरोना वायरस की वजह से 31 मार्च तक लॉकडाउन है। इसके अलावा उत्तर प्रदेश के 17 जिलों को भी 25 मार्च तक लॉकडाउन किया गया है।
उत्तर प्रदेश में सोमवार को कोरोना वायरस से संक्रमित चार और नए मरीज मिले हैं। इसमें कानपुर, जौनपुर, गाजियाबाद और पीलीभीत के एक-एक मरीज शामिल हैं। अब यूपी में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 33 हो गई है।
उत्तर प्रदेश में अभी तक आगरा, लखनऊ व नोएडा के आठ-आठ, गाजियाबाद के तीन और लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, वाराणसी, कानपुर, पीलीभीत और जौनपुर के एक-एक व्यक्तियों में कोरोना वायरस का संक्रमण पाया गया है। सोमवार को 49 संदिग्ध मरीजों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती करवाया गया।
उधर, अभी तक 1487 संदिग्ध मरीजों के नमूने जांच के लिए भेजे गए, जिनमें 1325 मरीजों की जांच रिपोर्ट निगेटिव आई है। 131 संदिग्ध मरीजों की जांच रिपोर्ट आना अभी बाकी है। 11 मरीज स्वस्थ होकर घर लौट चुके हैं।
कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए योगी सरकार कड़े नियम बना रही है। सभी सीमाओं को सील कर दिया गया है। साथ यमुना एक्सप्रेसवे और आगरा एक्सप्रेसवे को बंद कर दिया गया। इसके अलावा लॉक डाउन के दौरान लोग घरों से बाहर न निकलें इसके लिए भी चेतावनी दी गई है।
साथ ही कोरोना वायरस के खौफ के चलते उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में आज से एक बाइक पर दो लोगों के चलने पर रोक लगा दी गई है। इसी के साथ कार में सिर्फ दो लोगों को बैठकर सफर करने की अनुमति होगी। एक व्यक्ति कार की ड्राइविंग सीट पर होगा और दूसरे को पीछे बैठना होगा। नियमों की अनदेखी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए प्रशासन ने पुलिस को निर्देश जारी किए हैं कि कोई अनावश्यक रूप से घूमता मिले तो उसकी गाड़ी सीज कर दी जाए। आज से बिना पास के सड़कों पर वाहन नहीं दौड़ाए जा सकेंगे।
बता दें कि लखनऊ में लॉकडाउन के दौरान राशन की ढुलाई से लेकर दूध पहुंचाने वाले वाहनों को भी पास बनवाना होगा। हर विभाग से जुड़े वाहनों का पास वहां के विभागाध्यक्ष जारी करेंगे। मंडी से जुड़े वाहनों का पास मंडी सचिव, खाद्य पदार्थों को ढोने वाले वाहनों का पास एडीएम प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े वाहनों के पास सीएमओ कार्यालय से जारी किए जाएंगे।
बता दें कि आम लोगों के लिए पास की व्यवस्था नहीं की गई है। लोग अति आवश्यक कार्य होने पर ही सड़कों पर निकल सकेंगे। उन्हें इसके लिए साक्ष्य भी दिखाना होगा।
प्रदेश सरकार कोरोना वायरस संक्रमण पर लगाम लगाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठा सकती है। सूत्रों की मानें तो योगी सरकार उत्तर प्रदेश के सभी प्राइवेट हॉस्पिटल्स को कुछ समय के लिए अपने अधीन ले सकती है। सरकार की देखरेख में इन प्राइवेट अस्पतालों में कोविड-19 मरीजों और संदिग्धों का इलाज होगा।
योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश स्वास्थ्य विभाग को राज्य के सभी बड़े प्राइवेट अस्पतालों के बारे में डेटा तैयार करने के लिए कहा है। कोरोना वायरस की चुनौती से निपटने के लिए योगी सरकार जल्द ही प्राइवेट अस्पतालों को अपने अधीन लेने की घोषणा कर सकती है