जुबिली स्पेशल डेस्क
लखनऊ। हाल के दिनों में यूपी के खिलाडिय़ों ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनायी है। क्रिकेट से लेकर हॉकी में यूपी के खिलाडिय़ों का डंका बज रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार भी खेल और खिलाड़ियों को खास तोहफा देने की तैयारी में है।
दरअसल यूपी सरकार खेलों को लेकर काफी गम्भीर है और योगी आदित्यनाथ का दूसरा कार्यकाल खेल और खिलाडिय़ों के लिए ख़ास रहने वाला है। दरअसल योगी सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए एक नई योजना की शुरुआत करने जा रही है।
इस योजना का नाम है कि ‘एक जि़ला एक खेल’। ये योजना काफी अलग है। इसमें सभी पारम्परिक खेलों को बढ़ावा देकर युवाओं को बेहतर स्वास्थ्य देने की कोशिश की जायेगी। इसके लिए सरकार ने एक्शन प्लान भी तैयार कर लिया है और योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में इसे शामिल किया गया है। अगर आप भी खेलों में रूचि रखते हैैं तो आप भी इस नयी योजना का हिस्सा बन सकते हैं। इस योजना के तहत खिलाडिय़ों को प्रशिक्षण और मदद देने की बात कही जा रही है।
यूपी सरकार एक जिला एक उत्पाद की सफलता के बाद अब खेलों को इसी योजना के तहत सफल बनाने की तैयारी है और इसी के तहत ‘एक जिला एक खेल’ शुरू करने के लिए योगी सरकार तैयार है।
खेल विभाग से मिली जानकारी के अनुसार 100 दिन के एजेंडे में शामिल कर लिया गया है। इतना ही नहीं केंद्र से खेलों को लेकर अनुमति भी ली गई है।इस योजना में बताया गया है कि उत्तर प्रदेश के हर जिले से एक-एक खेल विशेष का नाम भी तय कर दियाग या है। इसकी पूरी सूची विभाग के पास है।
एक जिला-एक खेल के बारे में…
सरकार के अनुसार जिस तरह से ओडीओपी यानि एक जिला एक उत्पाद की शुरुआत की गई थी अब उसी तरह से खेलों के लिए एक जिला-एक खेल की योजना की शुरुआत की जा रही है। जिस तरह से ओडीओपी में छोटे व्यापारियों को भी लाभ मिला था अब वैसे खेलों को लेकर इस तरह की योजना शुरू की जा रही है। इसके तहत हर शहर में एक खेल निर्धारित किया गया है। जिस खेल का निर्धारण होगा उस जिले में उस खेल के प्रशिक्षण और सुविधाओं के लिए विशेष प्रयास किए जाएंगे।
खेल मंत्री का क्या कहना
यूपी के खेल और युवा विभाग के राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) गिरीश चंद्र यादव मीडिया से बातचीत में कहा है कि प्रधानमंत्री मोदी जी और मुख्यमंत्री योगी जी न सिर्फ़ खेलों को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं बल्कि कैसे खिलाडिय़ों को सबसे अच्छी ट्रेनिंग दी जाए, कैसे सुविधाएं दी जाएं उसके लिए भी कोशिश की जा रही है।
कुल मिलाकर योगी सरकार खेलों को बढ़ावा देने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है और उसका पूरा फोकस है खेलों के विकास पर। इसके तहत उसकी पूरी कोशिश है कि खेल प्रतिभाओं को चिह्नित कर उसको आगे बढ़ाना।
सरकार अपनी योजना के तहत सभी ज़िलों में उसी खेल के लिए ट्रेनिंग सेंटर होगा। इसके आलावा नई प्रतिभाओं को चिह्नित कर उनको ट्रेनिंग देकर तैयार किया जाएगा। स्टेडियम और सेंटर बनाये जायेगे।
सरकार की चाहती है कि वो गांव से लेकर शहरों से खेल प्रतिभाओं को खोजे और उसे आगे बढ़ाये। हॉकी, बैडमिंटन, टेबिल टेनिस,लॉन टेनिस, एथलेटिक्स, कुश्ती, बॉक्सिंग, वेटलिफ़्टिंग, तीरंदाज़ी,जूडो जैसे खेल हैं. ज़िलों में इनके लिए खेलो इंडिया सेंटर भी बनाए जाएंग।