- नगीना सांसद ने अपने क्षेत्र में सोनभद्र जैसी घटना की आंशका जताई।
- गिरीश चंद्र ने लिखा मुख्यमंत्री को पत्र भूमाफिया पोर्टल पर भी दर्ज कराई शिकायत।
न्यूज डेस्क
पिछले साल जुलाई में उत्तर प्रदेश के सोनभद्र में हुई हिंसा ने पूरे प्रदेश के लोगों को झकझोर दिया था। इस घटना में सोनभद्र जिले में सरकारी जमीन पर कब्जे को लेकर माफियाओं द्वारा दर्जनभर लोगों को मौत के घाट उतार दिया गया था। ऐसा ही एक मामला प्रदेश के नगीना लोकसभा क्षेत्र में सामने आया है।
दरअसल उत्तर प्रदेश की नगीना लोकसभा क्षेत्र से बसपा सांसद गिरीश चंद्र ने सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को एक पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंने अपने क्षेत्र में सोनभद्र जैसी हत्याओं वाली घटना की आशंका जताई है। साथ ही भू माफिया पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा कर करीब 60,000 बीघा सरकारी जमीन को माफियाओं से मुक्त कराने की मांग भी की है।
सांसद गिरीश चंद्र ने अपने पत्र में लिखा कि विगत वर्ष उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सभी जिलों में सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जों की रिपोर्ट तलब की थी। तत्पश्चात कई जिलों से आई रिपोर्ट में कई सरकारी जमीनों पर भू माफियाओं द्वारा अवैध कब्जा होना पाया गया था।
इसमें कुछ सरकारी जमीनों को कब्जा मुक्त भी करवाया गया लेकिन मेरे संसदीय क्षेत्र नगीना तहसील क्षेत्र में अभी भी बहुत बड़े स्तर पर भू माफियाओं द्वारा सरकारी जमीनों पर अवैध कब्जा किया हुआ है।
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उन्होंने कहा है कि पिछले कई वर्षों में कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से इन माफियाओं ने फर्जी तरीके से सरकारी जमीनों को अपने नाम करा लिया है। इन जमीनों पर कब्जे की शिकायतें लोगों ने कई बार उच्च अधिकारियों से की लेकिन आज तक किसी भी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई।
बसपा सांसद ने कहा है कि बिजनौर जिले की तहसील नगीना के गांव तेलीपाड़ा, जहानाबाद, राजपुर कोट आदि दर्जन भर ग्रामीण क्षेत्रों के जंगल झाड़ी, नदी नाले, तालाब व रास्तों की करीब साठ हजार बीघा जमीन पर भूमाफियाओं का अवैध कब्जा है।
इस जमीन की कीमत लाखों करोड़ों में है। शिकायतें होने पर जिले के उच्च अधिकारियों द्वारा जांच में जमीनों के अभिलेखों में कूट रचना भी पाई गई है मगर दबंग भू माफियाओं के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।
सांसद ने बताया कि यह खेल जंगल झाड़ी, तालाब, नदी रास्तों से होता हुआ असंक्रमणीय से संक्रमणीय होकर कई बार खरीद-फरोख्त करते हुए खेती, ठेका खेती व अवैध प्लाटिंग तक जा पहुंचा है। ऐसे में सोनभद्र जैसी घटना मेरे क्षेत्र में भी ना हो जाए, क्योंकि आए दिन भूमाफियाओं द्वारा यहां भी जमीनों के कब्जों के लिए खींचतान होती रहती है।
यही नहीं उन्होंने भूमाफियाओं द्वारा कब्जा की गई जमीनों की किसी स्वतंत्र एजेंसी से निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई किए जाने की मांग की है ताकि लाखों करोड़ रुपए की सरकारी संपत्ति कब्जा मुक्त हो जाए और सरकार के राजस्व में वरदान बने।