जुबिली न्यूज़ डेस्क
अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए दान इकठ्ठा करने का कार्यक्रम जोरो पर है। इसके लिए डेढ़ लाख से अधिक टोलियां जुटी हुई है। खास बात है कि ये टोलियों अब तक महज 26 दिनों में एक हजार करोड़ के आसपास का दान रामलला मंदिर निर्माण के लिए ला चुकी है।
इस बात की जानकारी राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने दी है। उन्होंने बताया कि इन पैसे के अलावा अभी बहुत से चेक है जो क्लियर होने हैं और कैश भी जमा होना है।
चंपत राय का कहना है कि ये कह पाना की मुश्किल है कि कितना दान अभी तक आ चुका है लेकिन लगभग एक हजार करोड़ के आसपास दान आ चुका है। इसके अलावा उन्होंने मंदिर निर्माण की चल रही प्रकिया के बारे में भी बताया।
उन्होंने कहा कि रामलला के मंदिर निर्माण के निमित्त परिसर में चल रही खुदाई लगभग 16 फुट तक पहुंच चुकी है। जहां पर पीएम ने 5 अगस्त को पूजा की थी उस लेवल से 5 मीटर नीचे तक जमीन की खुदाई हो चुकी है।
उन्होंने बताया कि पश्चिम से पूरब दिशा की ओर 400 फीट, 250 फीट उत्तर से दक्षिण दिशा की तरफ इतना मलवा और मिट्टी हटाया जाएगा। इसके साथ ही अशोक सिंघल के समय आर्किटेक्ट चंद्रकांत सोनपुरा के साथ 1992 में जो अनुबंध किया गया था, उसमें कुछ बिंदु बढ़ा दिए गये हैं। जबकि दूसरे अनुबंध में 70 एकड़ में मंदिर का हिस्सा छोड़कर बाकी बचे हुए हिस्सों का डेवलपमेंट होना है।
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बता दें कि मंदिर निर्माण का काम टाटा कंसल्टेंसी के साथ अनुबंध हुआ है। तीसरा अनुबंध बचे हुए हिस्से का आर्किटेक्ट क्या हो? कहां पर बिल्डिंग बनाई जा सकती है और उसका वास्तु शास्त्र कैसा हो, उसका मानचित्र कैसा हो इन सब की डिटेलिंग का काम है, जिसका अनुबंध नोएडा की एक फार्म डिजाइन एसोसिएट के साथ किया गया है।